चंडीगढ़, 20 दिसम्बर। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच चल रहे वाकयुद्ध में सिद्धू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से कहा कि भगवंत मान को आगे करने के बजाय वह खुद उनसे बहस करें। केजरीवाल ने कल शराब माफिया, खनन माफिया आदि मुद्दों पर बहस के लिए सिद्धू की चुनौती स्वीकार करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान श्री सिद्धू से बहस करेंगे।
सिद्धू ने आज ट्वीट कर कहा कि श्री मान वह मुख्यमंत्री नहीं हैं जो ”बादलों के ब्लैकलिस्टेड” विधायक दीप मल्होत्रा के साथ शराब माफिया चला रहे हैं और न ही श्री मान ने दिल्ली में ”काले” कृषि कानून को अधिसूचित किया था। कांग्रेस नेता ने केजरीवाल से पूछा, ”कौन है जिसने बादलों की बसों को दिल्ली हवाई अड्डे के रूट पर चलने की अनुमति दी है? आकर मुझसे बहस करें।”
सिद्धू के इस बयान की भी हो रही है चर्चा
यह भी बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर के श्री हरमंदिर साहिब और कपूरथला के एक गुरुद्वारा साहिब में बेअदबी की कोशिश की रविवार को निंदा करते हुए एक बयान दिया जिसको लेकर पंजाब की राजनीति गरमा गई है। उन्होंने कहा है कि अगर बेअदबी की कोई घटना होती है, चाहे वो कुरान शरीफ की हो, भगवद गीता या श्री गुरुग्रंथ साहिब की, दोषियों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए। साथ ही सिद्धू ने यह भी कहा कि राज्य में शांति भंग करने की साजिश रची जा रही है, धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों से कड़ी सजा से निपटा जाना चाहिए।