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लखीमपुर हिंसा: लंबी पूछताछ के बाद मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा भेजे गए जेल

लखीमपुर हिंसा: लंबी पूछताछ के बाद मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा भेजे गए जेल

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लखीमपुर, 10 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में पिछले रविवार को हुयी हिंसा में आठ लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्र उर्फ मोनू को जेल भेज दिया है। शनिवार को क्राइम ब्रांच के दफ्तर में एसआइटी के सामने पेश हुये आशीष को 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद देर रात 1050 बजे गिरफ्तार किया गया। उसका मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने रात को ही मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया और उनके आदेश पर सोमवार तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

एसआईटी का नेतृत्व कर रहे पुलिस उप महानिरीक्षक उपेन्द्र अग्रवाल ने देर रात पत्रकारों को बताया कि आशीष पुलिस से पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है और कई सवालों का जवाब नहीं दे रहा हैं। लिहाजा उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। विपक्षी दलों के आक्रामक रूख और उच्चतम न्यायालय की फटकार के बाद पुलिस ने केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के आवास पर नोटिस चस्पा कर आशीष को शुक्रवार को पुलिस के सामने पेश होने का निर्देश दिया था हालांकि वह शुक्रवार को पुलिस लाइन नहीं आया जिसके बाद पुलिस ने एक और नोटिस शुक्रवार को चस्पा की।

हालांकि इस नोटिस को ध्यान में रखते हुये वह शनिवार को वह सुबह 1038 बजे पेश हुआ। वह स्कूटी से पुलिस लाइन पहुंचा और मीडियाकर्मियों को चकमा देते हुये पिछले गेट से प्रवेश कर गया। एसआईटी की टीम ने सुबह 11 बजे उससे पूछताछ शुरू कर दी। लगभग 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद डीआईजी ने रात करीब 11 बजे बाहर निकल कर पत्रकारों को आशीष की गिरफ्तारी की औपचारिक घोषणा की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आशीष साथ लाये साक्ष्यों में यह साफ नहीं कर सका कि वह घटना के समय कहां था। साथ लाये वीडियो में तिकुनिया में घटी हिंसक घटना के समय दंगल में होने की पुष्टि नहीं हो सकी है।

आशीष की सफाई और साक्ष्यों से अधिकारी संतुष्ट नहीं हुये जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसका मेडिकल कराया जा रहा है सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने आरोपी के सामने 40 सवालो की सूची रखी थी। पूछताछ की वीडियो रिकार्डिंग भी की गयी। आरोपी दस लोगों का हलफनामा लेकर आया था जिन्होने स्वीकार किया था कि घटना के समय आरोपी दंगल में मौजूद था। इसके अलावा वह वीडियो की पेन ड्राइव साक्ष्य के तौर पर साथ लेकर आया था। पूछताछ के दौरान आशीष से एक लिखित बयान उसके वकील की उपस्थिति में लिया गया।

आशीष के वकील अवधेश कुमार ने कहा कि उनका मुवक्किल नोटिस का सम्मान करता है और जांच में हर प्रकार से सहयोग देने को तैयार है। पूछताछ के दौरान डीआईजी और एसपी रैंक के अधिकारी मौजूद रहे। इस बीच शुक्रवार रात लखनऊ पुलिस ने छापा मार कर आशीष के दोस्त अंकित दास के घर से एसयूवी बरामद की जो घटना के दिन वहां मौजूद थी।

हालांकि अंकित पुलिस के हाथ नहीं लगा लेकिन पुलिस ने उसके चालक को हिरासत में ले लिया। अंकित दिवंगत बसपा सांसद अखिलेश दास का भतीजा है। गौरतलब है कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने अपने पुत्र को बेगुनाह बताते हुये दावा किया था। आशीष के नेपाल भागने की खबरो पर विराम लगाते हुये उन्होने कहा था कि वह घर पर है और जांच में पूरा सहयोग देने को तैयार है।

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