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‘काकोरी कांड’ की 97वीं वर्षगांठ पर बोले सीएम योगी – अब यह ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा

‘काकोरी कांड’ की 97वीं वर्षगांठ पर बोले सीएम योगी – अब यह ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा

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लखनऊ, 9 अगस्त। भारतीय इतिहास में ‘काकोरी कांड’ के नाम से दर्ज स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक घटना को अब ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को काकोरी शहीद स्मारक पर यह घोषणा की, जहां वह ‘काकोरी कांड’ की 97वीं वर्षगांठ के अवसर पर शहीद क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ पहुंचे थे।

अंग्रेजी इतिहासकारों द्वारा गढ़ा गया ‘कांड’ शब्द अपमानजनक था
सीएम योगी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि अंग्रेजी इतिहासकारों ने काकोरी की घटना के लिए कांड शब्द का इस्तेमाल किया था, जो अपमानजनक लगता था। ऐसे में अब इस घटना को ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा, ‘ब्रिटिश हुकूमत ने किस तरह से हमारे क्रांतिकारियों पर अत्याचार किया था, ये सभी जानते हैं। क्रांतिकारियों ने अपनी स्वाधीनता के लिए काकोरी ट्रेन एक्शन को अंजाम दिया था। अब हर भारतीय का दायित्व बनता है कि हम हर हाल में अपने देश को सुरक्षित रखें और अपनी आजादी को बनाए रखें।’

‘जब पूरा देश साथ बोलता है तो बड़ी ताकत बनकर उभरता है’

मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ‘1857 के देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई जैसे तमाम क्रांतिकारियों ने क्रांति की पहली अलख जगाई थी। आजादी की लड़ाई हम सबको प्रेरित करती है, लेकिन अब हम अपनी आजादी को लेकर कोई गलती करेंगे तो कैद की जंजीरों में फिर जकड़ जाएंगे। हर जाति, हर समुदाय के लोगों ने देश को आजादी दिलाने में हिस्सा लिया था। जब पूरा देश एक साथ बोलता है तो देश एक बड़ी ताकत बनकर उभरता है।’

स्कूलों में ऐसी घटनाओं से बच्चों को अवगत कराने की जरूरत : आनंदीबेन

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने वीर शहीदों को नमन करते हुए ने कहा, ‘इस ऐतिहासिक घटना की वर्षगांठ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने मेरे लिए गर्व की बात है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारी फांसी के फंदे पर झूलते थे, लेकिन कभी उनकी मां की आंखों में आंसू नहीं आते थे। ये हमारी राष्ट्रभक्ति थी। ऐसी हजारों घटनाएं हुई हैं, हमे हमारा इतिहास याद रखना चाहिए। बच्चों को बताना चाहिए। लेकिन हमारे इतिहास को दबाने का काम किया गया। मैं आज कहना चाहती हूं कि स्कूलों में ऐसी घटनाओं से बच्चों को अवगत कराने की जरूरत है।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों का सम्मान

राज्यपाल आनंदीबेन और सीएम योगी ने इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामकृष्ण खत्री के परिजन उदय खत्री, शहीद रोशन सिंह के परिजन जितेंद्र प्रताप सिंह, शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के पिता गोपीचंद पांडेय, मेजर रितेश शर्मा के पिता सत्य प्रकाश शर्मा, मेजर अमीय त्रिपाठी के बड़े भाई अजय त्रिपाठी सहित अन्य क्रांतिकारियों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया।

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