उत्तर प्रदेश : पीएम मोदी के करीबी अरविंद शर्मा को मिली अहम जिम्मेदारी, राज्य भाजपा के उपाध्यक्ष नियुक्त
लखनऊ, 20 जून। पिछले कुछ महीनों से उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की चर्चाओं के बीच पूर्व आईएएस अरविंद कुमार शर्मा को भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई का नया उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को कुछ अन्य नेताओं को भी नई जिम्मेदारियां दी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी नेता और गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद शर्मा कुछ माह पहले ही वीआरएस लेकर भाजपा में शामिल हुए हैं। राजनीतिक गलियारों में पिछले दिनों यहां तक चर्चा थी कि योगी मंत्रिमंडल में जल्द ही एके शर्मा को उप मुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है। इसी हफ्ते की शुरुआत में योगी आदित्यनाथ के दिल्ली में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद इन चर्चाओं को और बल मिला था।
कुछ और नेताओं को दी गईं नई जिम्मेदारियां
इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शर्मा के अलावा कुछ और नेताओं को भी पार्टी में नई जिम्मदारी दी। इस क्रम में पार्टी के विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की गई है। प्रांशुदत्त द्विवेदी (फर्रुखाबाद) को युवा मोर्चा, राज्यसभा सांसद (औरैया) गीताशाक्य को महिला मोर्चा, कामेश्वर सिंह (गोरखपुर) को किसान मोर्चा और नरेंद्र कश्यप पूर्व सांसद (गाजियाबाद) को पिछड़ा वर्ग मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है।
इसी तरह, कौशल किशोर सांसद को अनुसूचित जाति मोर्चा, संजय गोण्ड (गोरखपुर) को अनुसूचित जनजाति मोर्चा और कुंवर बासित अली (मेरठ) को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया है।
इसी वर्ष वीआरएस लेकर भाजपा में शामिल हुए थे शर्मा
गुजरात कैडर में 1988 बैच के आईएएस रहे अरविंद शर्मा को पीएम मोदी का करीबी माना जाता है। उन्होंने इसी वर्ष जनवरी में अचानक सरकारी सेवा से समयपूर्व सेवानिवृत्ति लेकर लखनऊ में स्वतंत्र देव सिंह और उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। उस समय प्रदेश में एमएलसी चुनाव होने वाले थे। इसी क्रम में भाजपा ने उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया।
मूल रूप से मऊ निवासी अरविंद गुजरात में नरेंद्र मोदी के सीएम रहते 2001 से 2013 के बीच सीएम कार्यालय में रहे। जब मोदी सीएम रहे तो वह उनके साथ सीएमओ में रहे। मोदी जब पीएम बने तो अपने साथ अरविंद शर्मा को पीएमओ लेकर आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे। उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बने।