भोपाल, 13 जनवरी। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में बुधवार को आयोजित हुए रोजगार मेलों के मुद्दे पर सरकार पर झूठ परोसने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि पिछले 16 वर्षों से भाजपा सरकार रोज़गार को लेकर झूठे आश्वासन व झूठे दावे करने का काम ही कर रही है।
कमलनाथ ने आज लगातार कई ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि पिछले 16 वर्षों से भाजपा सरकार रोज़गार को लेकर झूठे आश्वासन व झूठे दावे करने का काम ही कर रही है। अभी भी रोज़गार मेले के नाम पर रोज़गार के झूठे दावे किये जा रहे है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बैकलॉग के पदों पर व रिक्त पदों पर भर्ती के झूठे वादे भी विगत कई वर्षों से किये जा रहे है। प्रदेश में पंजीकृत बेरोज़गार युवाओं का आँकड़ा 34 लाख के क़रीब पहुँच चुका है।
उन्होंने स्थान विशेष के उदाहरण देते हुए कहा कि अभी हाल ही में प्रदेश के ग्वालियर कोर्ट में चपरासी, ड्राइवर, माली, सफ़ाईकर्मी के 15 पदों के लिये 11 हजार से ज्यादा उच्चशिक्षित लोगों को आवेदन करते हुए देखा है। यही स्थिति उज्जैन कोर्ट में चपरासी और ड्राइवर के 25 पदों के लिये थी। इंदौर में छात्रों से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान रोज़गार की मांग को लेकर नारेबाज़ी के दृश्य भी सामने आए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ये तस्वीरें प्रदेश में रोज़गार की स्थिति को बया कर रही है। शर्मनाक बात है कि उसके बाद भी सच्चाई स्वीकार करने की बजाय सरकार झूठ परोसने में लगी है।