नई दिल्ली, 11 नवम्बर। देश के विमानन क्षेत्र के इतिहास में एक नया अध्याय प्रारंभ करते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने आज से अपने डिजिटल स्वरूप में ई-नागर विमान महानिदेशालय (डी ई-जीसीए) के नाम से काम करना शुरू कर दिया।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज यहां एक कार्यक्रम में डीजीसीए के इस नये अवतार का उद्घाटन किया। इस मौके पर नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल, डीजीसीए के महानिदेशक अरुण कुमार, मंत्रालय में संयुक्त सचिव सत्येन्द्र मिश्र एवं टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेज में हेड, गवर्नमेंट बिजनेस तेज बाटला मौजूद थे।
इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, “डीजीसीए अब बीते जमाने की बात हो गयी है। अब ई-जीसीए है जो ग्राहकों को केन्द्र में रख कर देश के विमानन क्षेत्र की नियामक व्यवस्था में बदलाव लायेगा।” उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन के सुरक्षा एवं नियामक मामलों को नियंत्रित करने वाली यह शीर्ष संस्था अपने नये अवतार में कार्यदक्षता, पारदर्शिता के साथ देश के विमानन क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
उन्होंने कहा कि ई-जीसीए में 298 प्रकार की सेवाओं को समाहित किया गया है। ई-जीसीए के माध्यम से पायलट लाइसेंस से लेकर विमानों के पंजीकरण और उड़ानों के लिए विभिन्न प्रकार की स्वीकृतियां अविलंब ऑनलाइन मिला करेंगी। आवश्यक दस्तावेज़ों को ऑनलाइन डाउनलोड कराया जा सकेगा। इस प्रकार से अब तक जिन कामों में एक माह से अधिक समय लगा करता था, वे काम अब अधिकतम तीन से चार दिन में हो जाएंगे। अब पायलट लॉग बुक को भी मोबाइल ऐप पर लाया गया है जिससे बड़ी मात्रा में कागज़ी कार्यवाही की जरूरत नहीं होगी।