लखनऊ, 16 नवम्बर। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के एलान से पहले बहुत बड़ी खबर आई है। भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के खेमे में बड़ी सेंध लगाई है। सपा-बसपा के 10 एमएलसी कल बुधवार को बाजपा में शामिल होंगे। सपा के सदस्यों को भाजपा में शामिल कराने में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की अहम भूमिका है। जानकारी के मुताबिक सपा के रविशंकर सिंह पप्पू, सीपी चंद, अक्षय प्रसाद सिंह और बसपा के बृजेश कुमार सिंह सहित 10 एमएलसी भाजपा का झंडा थामेंगे।
बता दें कि चुनाव से पहले बीजेपी की कोशिश है कि उन दलों में सेंधमारी की जाए जिनके नेताओं का अपने क्षेत्र में अच्छा प्रभाव है। यह उसका टेस्टेड फार्मूला भी रहा है। इसीलिए 2022 के चुनाव में भाजपा अपने टेस्टेड फार्मूले को एक बार फिर आजमाने में जुटी है। लेकिन इस बार उसके टारगेट पर समाजवादी पार्टी और उसके नेता हैं, क्योंकि पार्टी का लक्ष्य विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना है फिर अपना उम्मीदवार अपना हो या फिर किसी दूसरे दल से आया हुआ ही क्यों ना हो।
जब 2014 के लोकसभा चुनाव देश में हो रहे थे उससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने यही रणनीति अपनाई थी कि कांग्रेस के तमाम बड़े दिग्गज बीजेपी में शामिल हुए थे और जब बारी उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव की आई तो भी बीजेपी ने इसी फार्मूले को अपनाया।