राष्ट्रीय महिला आयोग की अनूठी पहल – ‘तेरे मेरे सपने’ नाम से 9 राज्यों में खोले प्री-मैरिटल काउंसलिंग केंद्र
नई दिल्ली, 8 मार्च। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विवाह पूर्व परामर्श (प्री-मैरिटल काउंसलिंग) केंद्रों की एक अनूठी पहल ‘तेरे मेरे सपने’ की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य शादी से पहले युवाओं को मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक रूप से तैयार करना है ताकि वे अपने रिश्ते को बेहतर तरीके से समझ सकें और एक सफल वैवाहिक जीवन की नींव रख सकें।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के सुअवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग के मार्गदर्शन में 'तेरे मेरे सपने'- विवाह पूर्व संवाद केंद्रों की शुरुआत की गई है। ये संवाद केन्द्र युवाओं को विवाह से जुड़े संवाद, अपेक्षाओं और पारिवारिक समरसता पर मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
इस अवसर पर राष्ट्रीय महिला… pic.twitter.com/CyPvk0Ctx9
— NCW (@NCWIndia) March 8, 2025
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने शनिवार को बताया कि यह पहल देश के नौ राज्यों में 21 केंद्रों के साथ शुरू की गई है। ये केंद्र राजस्थान (बीकानेर, उदयपुर), मध्य प्रदेश (भोपाल), महाराष्ट्र (नासिक, जालना, लातूर, गोरेगांव), हरियाणा (गुरुग्राम), ओडिशा, नई दिल्ली और केरल (तिरुवनंतपुरम) में खोले गए हैं। इन केंद्रों में विशेषज्ञों द्वारा परामर्श दिया जाएगा, जिसमें शादी के रिश्ते को समझने, परिवार की भूमिका, भावनात्मक जुड़ाव और वैवाहिक जीवन में आने वाली चुनौतियों से निबटने के तरीके सिखाए जाएंगे।
गुजरात के बोटाद में ‘तेरे मेरे सपने’ प्री-मैरिटल कम्युनिकेशन सेंटर (PMC) का शुभारंभ! यह केंद्र युवाओं को विवाह से पहले संवाद, समझ और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करने के लिए समर्पित है, ताकि वे अपने वैवाहिक जीवन की नींव मजबूती से रख सकें।@VijayaRahatkar #TereMereSapne… pic.twitter.com/WHt2bPMw17
— NCW (@NCWIndia) March 8, 2025
इस पहल की शुरुआत से पहले पुणे में एक कार्यशाला आयोजित की गई थी, जिसमें विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने भाग लिया था। कार्यशाला के दौरान यह तय किया गया कि इन केंद्रों में किन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी और परामर्शदाताओं को किस प्रकार प्रशिक्षित किया जाएगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग का कहना है कि इस पहल के प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग और पैम्पलेट्स का उपयोग किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इस बारे में जागरूक हो सकें। साथ ही, कॉलेजों में सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, जहां युवाओं को शादी से पहले परामर्श लेने के महत्व के बारे में बताया जाएगा। इन केंद्रों का उद्घाटन जिला कलेक्टर के माध्यम से किया जाएगा।
