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मुंबई ने 42वीं बार जीती रणजी ट्रॉफी, फाइनल में विदर्भ को 169 रनों से दी शिकस्त

मुंबई ने 42वीं बार जीती रणजी ट्रॉफी, फाइनल में विदर्भ को 169 रनों से दी शिकस्त

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मुंबई, 14 मार्च। मेजबान मुंबई ने पांचवें व अंतिम दिन गुरुवार को यहां विदर्भ को 169 रनों से हराकर राष्ट्रीय क्रिकेट की श्रेष्ठता की प्रतीक रणजी ट्रॉफी पर 42वीं बार अपना नाम लिखा लिया। वानखेड़े स्टेडियम में 538 रनों के दुरूह लक्ष्य के सामने विदर्भ की टीम लंच के तनिक बाद 368 रनों पर आउट हो गई।

मुंबई को 42वें खिताब के लिए 8 वर्षों का लंबा इंतजार करना पड़ा

वैसे प्रतियोगिता के 90 वर्षों के इतिहास में 48वीं बार फाइनल खेलने उतरे अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व वाले मुंबई को 42वें खिताब के लिए आठ वर्षों का लंबा इंतजार करना पड़ा, जिसने अंतिम बार 2015-16 में फाइनल में सौराष्ट्र को हराया था। फिलहाल टीम ने क्रिकेट से संन्यास ले रहे धवल कुलकर्णी को शानदार तोहफा दिया, जिन्होंने उमेश यादव को आउट पर दो बार के पूर्व चैम्पियन विदर्भ की पारी खत्म की।

कप्तान वाडकर, नायर व हर्ष ने मुंबई को पांचवें दिन तक इंतजार कराया

हालांकि विदर्भ को हार अवश्य झेलनी पड़ी, लेकिन उसके बल्लेबाजों – कप्तान अक्षय वाडकर, करुण नायर व हर्ष दुबे के जुझारूपन की जितनी तारीफ की जाए, कम होगी। वजह, पहाड़ सरीखे लक्ष्य के सामने तीसरे दिन अंतिम सत्र में विदर्भ की टीम दूसरी पारी खेलने उतरी थी और बुधवार को बिना क्षति 10 से आगे बढ़ते हुए उसने 5-248 पर दिन का समापन किया था।

वाडकर का शतक, नायर व हर्ष के साथ दो बड़ी भागीदारियां

वाडकर (102 रन, 199 गेंद, एक छक्का, नौ चौके), करुण नायर (74 रन, 220 गेंद, तीन चौके) और हर्ष दुबे (65 रन, 128 गेंद, दो छक्के, पांच चौके) ने अपनी दृढ़प्रतिज्ञ बल्लेबाजी से एक समय मुंबई को परेशानी में डाल दिया था। इनमें 133 पर चार विकेट गिरने के बाद वाडकर व नायर के बीच पांचवें विकेट पर 90 रनों की भागीदारी हुई तो वाडकर व हर्ष ने छठे विकेट के लिए 130 रनों की साझेदारी से मेजबान गेंदबाजों को खूब छकाया।

15 रनों के भीतर गिर गए अंतिम 5 विकेट

लेकिन आज लंच (5-333) के बाद तनुष कोटियान (4-9) ने 353 के योग पर वाडकर को पगबाधा कर यह भागीदारी तोड़ी तो फिर 15 रनों के भीतर अंतिम पांच बल्लेबाज लौट गए। कोटियान को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ घोषित किया गया, जिन्होंने प्रतियोगिता में 502 रन बनाए और 29 विकेट लिए। कोटियां के अलावा ‘मैन ऑफ द मैच’ ने दो विकेट लिए, जिन्होंने दूसरी पारी में 136 रनों की आकर्षक शतकीय पारी भी खेली थी।

एमसीए ने विजेता टीम की पुरस्कार राशि दुगुनी की

इस बीच मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली टीम की पुरस्कार राशि दोगुनी कर दी है, जिसका मतलब है की टीम को पांच करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि मिलेगी।

स्कोर कार्ड

एमसीए के सचिव अजिंक्य नाइक ने बयान में कहा, ‘एमसीए के अध्यक्ष अमोल काले और शीर्ष परिषद ने रणजी ट्रॉफी की पुरस्कार राशि दोगुनी करने का फैसला किया है। एमसीए रणजी ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई की टीम को पांच करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि देगी।’ उन्होंने कहा, ‘एमसीए के लिए यह साल शानदार रहा है और उसने सात खिताब जीते। इसके अलावा हमारी टीम बीसीसीआई के आयु वर्ग की सभी प्रतियोगिताओं के नॉकआउट चरण में पहुंची।’

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