राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए मुलायम सिंह, अंतिम संस्कार में मौजूद रहे राजनाथ सहित कई नेता
इटावा, 11 अक्टूबर। समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का मंगलवार को अपराह्न उनके पैतृक गांव सैफई में पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुलायम सिंह के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने काली जैकेट के ऊपर जनेऊ पहनकर उन्हें मुखाग्नि दी।
वयोवृद्ध समाजवादी नेता का 82 वर्ष की आयु में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को सोमवार शाम को सैफई लाया गया और उनकी ‘कोठी’ में रखा गया, जहां लोग “नेताजी” को अंतिम सम्मान देने के लिए उमड़े। उनके अंतिम संस्कार में शामिल लाखों की भीड़ ने ‘नेताजी अमर रहें’ का नारा लगाया।
मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी, उद्योगपति अनिल अंबानी, बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन और उनकी मां जया बच्चन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू और भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी भी उन नेताओं में शामिल थे, जो सैफई मेला ग्राउंड पंडाल में जल्दी पहुंचे।
पंचतत्व में विलीन हुए श्रद्धेय नेताजी। pic.twitter.com/gBTdowCwiG
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 11, 2022
मुलायम सिंह के जाने से भारतीय राजनीति की बड़ी क्षति – राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतिम संस्कार के बाद कहा, ‘मुलायम सिंह यादव से हमारे बहुत अच्छे रिश्ते थे। मुलायम सिंह जी को धरती से जुड़ा हुआ नेता माना जाता था। उनके जाने से भारत की राजनीति को बहुत बड़ी क्षति हुई है।’
अखिलेश यादव से गले मिलकर भावुक हुए वरुण गांधी
भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी और अपनी मां व सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी के साथ सैफई पहुंचे। वरुण इस दौरान अखिलेश यादव से गले मिलकर भावुक हो उठे।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 11, 2022
इसके पूर्व हल्की बूंदाबांदी के बीच मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को घर से करीब एक किलोमीटर दूर मेला ग्राउंड परिसर में एक बड़े हॉल में ले जाया गया, ताकि लोग उन्हें अंतिम दर्शन दे सकें। फूलों की मालाओं से सजे ट्रक में अखिलेश के अलावा शिवपाल यादव और परिवार के अन्य सदस्य सवार थे। वाहन के धीमी गति से चलने पर गांव की कंक्रीट की सड़क पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।