मुकेश अंबानी को लगातार मिल रहीं जान से मारने की धमकियां, धमकी देने वाले शख्स ने अब मांगे 400 करोड़ रुपये
मुंबई, 4 नवम्बर। देश के अग्रणी उद्योगपति मुकेश अंबानी को जान से मारने की लगातार धमकियां मिल रही हैं। मुंबई पुलिस ने शनिवार को चौथे धमकी भरे मेल की पुष्टि की। पुलिस के अनुसार अंबानी को उसी ईमेल एड्रेस पर एक ‘रिमाइंडर’ मिला था, जिसमें सप्ताह की शुरुआत में 400 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। इस बार धमकी भरे मेल में उद्योगपति को पिछली धमकियों को नजरअंदाज करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई है।
अब तक धमकी भरे मेल आ चुके हैं, ईमेल का पता बेल्जियम से है
मुंबई पुलिस ने कहा, ‘उद्योगपति मुकेश अंबानी को 31 अक्टूबर और एक नवम्बर के बीच एक बार फिर दो धमकी भरे ईमेल मिले, जिसमें उन्हें पिछले ईमेल को नजरअंदाज करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी, जिसमें व्यक्ति (मेल भेजने वाले) ने 400 करोड़ रुपये की मांग की थी।’
कारोबारी दिग्गज को इससे पहले सोमवार को तीसरी बार जान से मारने की धमकी मिली थी, इस बार 400 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। एक पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि प्रेषक और ई-मेल आईडी वही रहती है, केवल जबरन वसूली की राशि बढ़ती है। ई-मेल का पता बेल्जियम से चला। नतीजतन, अल्टामाउंट रोड पर अंबानी के आवास एंटीलिया के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
ईमेल में धमकी भरा संदेश भेजने वाले ने लिखा, ‘अब रकम 400 करोड़ है और पुलिस मुझे ट्रैक या गिरफ्तार नहीं कर सकती। चाहे आपकी सुरक्षा कितनी भी अच्छी क्यों न हो, केवल हमारा एक स्नाइपर ही आपको मार सकता है।’ मुंबई पुलिस ने प्रेषक के बारे में जानकारी के लिए बेल्जियम स्थित ईमेल सेवा प्रदाता से संपर्क किया है।
प्रारंभिक धमकी भरा ईमेल पिछले सप्ताह शुक्रवार रात को प्राप्त हुआ था, जिस पर खुद को शादाब खान बताने वाले एक व्यक्ति ने बेल्जियम के कॉरपोरेट पते का उपयोग करते हुए हस्ताक्षर किए थे और 20 करोड़ रुपये की मांग की थी। ईमेल में धमकी दी गई है, ‘अगर तुम 20 करोड़ रुपये नहीं दोगे तो हम तुम्हें मार डालेंगे। हमारे पास भारत में सबसे अच्छे निशानेबाज हैं।’
दूसरा धमकी भरा ईमेल शनिवार शाम को उसी आईडी से भेजा गया, जिसमें 200 करोड़ रुपये की मांग करने के साथ कहा गया, ‘आपने हमारे ईमेल का जवाब नहीं दिया। अब, आप हमें 200 करोड़ रुपये देंगे। यदि आप पैसे नहीं देंगे, तो आपके डेथ वारंट पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।’