उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को मोदी सरकार का तोहफा, अब 603 रुपये में मिलेगा गैस सिलेंडर
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर। केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को तोहफा दिया है। इसके तहत बुधवार को एलपीजी सिलेंडर पर अतिरिक्त 100 रुपये की सब्सिडी देने की घोषणा की गई। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। यानी देश की राजधानी दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 603 रुपये हो गई है। अब तक उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 703 रुपये में एलपीजी सिलेंडर मिल रहा था।
इस कटौती से करोड़ों महिलाओं को मदद मिलेगी – अनुराग ठाकुर
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि रक्षाबंधन पर घरेलू एलपीजी की कीमत में 200 रुपये की कटौती के तुरंत बाद दी गई राहत से करोड़ों महिलाओं को मदद मिलेगी। उज्ज्वला योजना की शुरुआत मई, 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने की थी। योजना के लाभार्थियों को पहली बार गैस सिलेंडर और एक गैस चूल्हा मुफ्त में दिया जाता है।
अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘जब रक्षा बंधन के अवसर पर छूट दी गई तो 200 रुपये कम किए गए, तब रसोई गैस की कीमत 1100 से कम रहकर 900 रह गई और उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 200 रुपये की सब्सिडी पूर्ववत चलती रही तो उनको 700 रुपये का पड़ता था। आज से जो घोषणा हो रही है, उसमें उज्ज्वला की लाभार्थी जो बहनें हैं, उनको 200 रुपये की बजाय 300 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। इसको 200 से बढ़ाकर 300 कर दिया गया है। करोड़ों बहनों को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की ओर से बड़ी राहत मदद के रूप में आज का ये निर्णय किया गया है।’
एक महीने पहले के मुकाबले 500 रुपये सस्ता सिलेंडर
उल्लेखनीय है कि बीते अगस्त महीने के आखिरी हफ्ते तक दिल्ली में सामान्य ग्राहकों को घरेलू एलपीजी सिलेंडर 1103 रुपये में मिल रहा था। इसके बाद सरकार ने बड़ी कटौती करते हुए 200 रुपये सस्ता कर दिया तो सिलेंडर के दाम 903 रुपये हो गए। वहीं, उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले ग्राहकों को घरेलू सिलेंडर 703 रुपये में मिल रहा था। अब नई कटौती के बाद सिलेंडर की कीमत 603 रुपये हो गई है। इस तरह एक महीने के भीतर लाभार्थियों को सामान्य ग्राहकों के मुकाबले सिलेंडर 500 रुपये कम दाम पर मिल रहा है।
अब तक कितने लाभार्थी : इस योजना में अगले तीन वर्षों तक महिलाओं को 75 लाख नए एलपीजी कनेक्शन दिए जाएंगे। 75 लाख नए कनेक्शन के साथ ही योजना के तहत लाभान्वित होने वाली कुल महिलाओं की संख्या बढ़कर 10.35 करोड़ हो जाएगी। इस योजना का मकसद लकड़ी या दूसरे तरीके से खाना पकाने वाली महिलाओं को धुएं से बचाना था। (वीडियो : पीटीआई)