मिजोरम : डम्पा विधानसभा उपचुनाव में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन, चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री को लगाई फटकार
आइजोल, 10 नवंबर। भारत चुनाव आयोग ने मिजोरम में डम्पा विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मुख्यमंत्री लालदुहोमा की निंदा की है। आयोग ने यह कार्रवाई राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) की रिपोर्ट और ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के अध्यक्ष लल्लियांसावता द्वारा प्रस्तुत लिखित स्पष्टीकरण की समीक्षा के बाद की।
आयोग ने मुख्यमंत्री के जवाब को ‘असंतोषजनक’ बताते हुए उनकी टिप्पणियों की निंदा की और सत्तारूढ़ दल को अपने प्रचार अभियान में संयम बरतने का निर्देश दिया। अपने पत्र में चुनाव आयोग ने जेडपीएम अध्यक्ष को आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी स्टार प्रचारकों को जागरूक करने का निर्देश दिया।
इसमें यह भी चेतावनी दी गई है कि किसी भी प्रचारक को चुनावी संतुलन बिगाड़ने, मतदाताओं को प्रभावित करने या चुनाव प्रक्रिया में विश्वास कम करने वाले बयान नहीं देने चाहिए या देते हुए दिखना भी नहीं चाहिए। विपक्षी मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने श्री लालदुहोमा पर 21 अक्टूबर को वेस्ट फैलेंग में जेडपीएम के अभियान की शुरुआत के दौरान 770 करोड़ रुपये की एक नयी जलापूर्ति परियोजना की घोषणा करने का आरोप लगाया था।
प्रस्तावित परियोजना को चुनाव के दौरान नई परियोजनाओं की घोषणाओं पर रोक लगाने वाली संहिता का उल्लंघन बताया गया था। एमएनएफ ने पिछले गुरुवार को एक दूसरी शिकायत भी दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि मुख्यमंत्री ने चकमा-बहुल गाँव सिलसुरी में एक विभाजनकारी बयान दिया, जहाँ उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि पिछले नेताओं ने मिज़ो और चकमाओं के बीच नफरत के बीज बोए थे।
