जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं – विदेश मंत्रालय
नई दिल्ली, 13 मई। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर मसले पर भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है और पाकिस्तान के साथ सिर्फ POK वापस लेने पर ही बात होगी। लंबित मामला पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मंगलवार को साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘हमारा लंबे समय से राष्ट्रीय रुख रहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा। इस नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। लंबित मामला पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है।’
सिंधु जल संधि कब तक स्थगित रहेगी?
रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखेगा, जब तक पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता। उन्होंने कहा, ‘सिंधु जल संधि सद्भावना और मित्रता की भावना से संपन्न हुई थी जैसा कि संधि की प्रस्तावना में निर्दिष्ट है। हालांकि, पाकिस्तान ने दशकों से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर इन सिद्धांतों को स्थगित रखा है।’
अमेरिका से व्यापार को लेकर नहीं हुई कोई बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ट्रेड को लेकर बातचीत के सवाल पर जायसवाल ने कहा, ‘7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य काररवाई बंद करने पर सहमति बनने तक भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच उभरते सैन्य हालात पर बातचीत होती रही। इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।’
‘पाकिस्तान जितनी जल्दी समझ लेगा, उतना ही बेहतर होगा’
रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हमने पाकिस्तानी पक्ष द्वारा दिए गए बयान को देखा है। एक ऐसा देश जिसने औद्योगिक पैमाने पर आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, यह सोचे कि वह इसके परिणामों से बच सकता है, वह खुद को मूर्ख बना रहा है। भारत ने जिन आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट किया, वे न केवल भारतीयों की बल्कि दुनियाभर में कई अन्य निर्दोष लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार थे। अब एक नया सामान्य है। पाकिस्तान जितनी जल्दी इसे समझ लेगा, उतना ही बेहतर होगा।’
