
अनिल विज ने सैनी सरकार पर फिर साधा निशाना – ‘मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना..चाहता हूं, सरकार ठीक से काम करे’
चंडीगढ़, 2 फरवरी। हरियाणा के ऊर्जा एवं परिवहन मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर नायब सिंह सैनी की अगुआई वाली अपनी ही भाजपा सरकार से नाराजगी जाहिर कर दी है। अफसरशाही हावी होने से नाराज विज ने रविवार को रोहतक में बगावती तेवर दिखाए और मुख्यमंत्री नायब सैनी को ही निशाने पर ले लिया।
‘सीएम चाहें तो छीन लें मेरा मंत्रिपद, लेकिन विधायकी नहीं छीन सकते‘
भाजपा के वरिष्ठ नेता विज ने सीएम सैनी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री चाहें तो मेरा मंत्रिपद छीन लें, लेकिन वरिष्ठता और मेरी विधायकी नहीं छीन सकते। सात बार का विधायक हूं, अंबाला कैंट की जनता ने वोट देकर बनाया विधायक बनाया है। मंत्रिपद कोई छीनना चाहे तो छीन ले। मंत्री बनकर कोठी मैंने नहीं ली। केवल एक कार है। अब तो कार्यकर्ताओं ने कह दिया है कि यदि कार छीनी गई तो वे अपने पैसे से खरीद कर दे देंगे।’
अनिल विज ने कहा, ‘मैने कभी मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहा, कभी मांग नहीं की और न ही किसी से कहूंगा। मैं चाहता हूं कि हरियाणा की भाजपा सरकार सही ढंग से काम करे। मुख्यमंत्री विधायकों, मंत्रियों व जनता की सुनें। 10 दिन पहले ही कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा ने फोन करके मुझे कहा था कि यमुनानगर के अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे, एक बार फोन कर दीजिए। अब उनकी सुनवाई होने लगी है तो अच्छी बात है।’
‘100 दिन बाद डीसी को हटाने का कोई मतलब नहीं‘
विज ने मंत्रिपद छोड़ने के सवाल पर कहा, ‘मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वैसे भी मैंने मंत्री होने के बाद भी कोई सुविधाएं नहीं ले रखीं। मैंने कोठी नहीं ली। मैंने चुनाव जीतने के बाद ही खुले मंच से कहा था कि चुनाव में अधिकारियों ने मेरे खिलाफ काम किया है, मुझे चुनाव हराने की साजिश की गई, 100 दिन बाद अंबाला के डीसी को हटाने या न हटाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।’