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जम्मू-कश्मीर : श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से ऊपर, गुलमर्ग-पहलगाम में शीतलहर का प्रकोप

जम्मू-कश्मीर : श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से ऊपर, गुलमर्ग-पहलगाम में शीतलहर का प्रकोप

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श्रीनगर, 26 दिसम्बर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर शहर में न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री से ऊपर चला गया जबकि पहलगाम हिल स्टेशन में यह जीरो डिग्री से नीचे रहा। मौसम विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि श्रीनगर शहर में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस, गुलमर्ग में माइनस 4.5 और पहलगाम में माइनस 1.6 डिग्री रहा।

40 दिवसीय ‘चिल्लई कलां’ के दौरान न्यूनतम तापमान में अंतर आम बात

वहीं, जम्मू शहर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस, कटरा में 9.5, बटोटे में 6.1, बनिहाल में 3.8 और भद्रवाह में 2.6 डिग्री दर्ज किया गया है। गुरुवार को श्रीनगर में अधिकतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस, गुलमर्ग में 4 और पहलगाम में 9 डिग्री सेल्सियस था। यह बताता है कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का अंतर कम हो रहा है, जो 40 दिन लंबे ‘चिल्लई कलां’ के दौरान एक आम बात है। गत 21 दिसम्बर को शुरू हुई यह अवधि 30 जनवरी को खत्म होगी।

‘फेरहन’ कश्मीर का सबसे लोकप्रिय शीतकालीन परिधान

इस भीषण ठंड के मौसम में, घाटी में ज्यादातर पानी के स्रोत आंशिक या पूरी तरह से जम जाते हैं, जिससे नदियों और झीलों में नाव चलाना मुश्किल हो जाता है। लोगों को ठंड से बचने के लिए ऊनी कपड़ों की कई परतें पहननी पड़ती हैं। इसी वजह से, ‘फेरहन’ नाम का ऊनी ओवर गारमेंट कश्मीर में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला सर्दियों का पहनावा है।

सदियों से कश्मीर की पारंपरिक ठंड-रोधी संस्कृति का प्रतीक है ‘कांगड़ी’

ज्यादातर कश्मीरी लोग फेरहन के नीचे एक मिट्टी का बर्तन रखते हैं, जिसमें जलते हुए कोयले होते हैं, जिसे एक सुंदर ढंग से बनी हुई बेंत की टोकरी में रखा जाता है। इसे ‘कांगड़ी’ कहा जाता है और यह सदियों से कश्मीर की संस्कृति का हिस्सा बन गया है।

आतंकी हमले के बाद कश्मीर पर्यटन में सुधार

नव वर्ष पर बड़ी संख्या में लोग गुलमर्ग, श्रीनगर और पहलगाम पहुंचे हैं, जबकि होटल मालिक और टूर एंड ट्रेवल ऑपरेटर्स का कहना है कि बुकिंग अब भी बढ़ रही है। 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले की वजह से कश्मीर के टूरिज्म इंडस्ट्री को नुकसान हुआ है। हालांकि, अब स्थिति बेहतर है। साल के आखिर में पर्यटकों के आने से पता चलता है कि 2026 उन लोगों के लिए एक बेहतर और खुशहाल वर्ष होगा, जो अपनी रोजी-रोटी के लिए इस इंडस्ट्री पर निर्भर हैं।

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