महबूबा मुफ्ती की पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील – ‘अमरनाथ यात्रा दौरान कश्मिरियत दिखाने का मौका, तीर्थयात्री हमारे अतिथि हैं’
श्रीनगर, 21 जून। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आगामी अमरनाथ यात्रा में सहयोग करने और तीर्थयात्रियों की सेवा करने की अपील करते हुए देश को ‘कश्मीरियत’ याद दिलाने के लिए तीर्थयात्रा को एक स्वर्णिम अवसर बताया है।
उल्लेखनीय है कि अमरनाथ यात्रा एक जुलाई को शुरू होगी और उसका समापन 31 अगस्त को होगा। इस बार यह यात्रा 62 दिनों की होगी। अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर प्रशासन तैयारियों में जुटा है। एक तरफ जहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए तगड़े प्रबंध किए गए हैं वहीं स्थानीय लोग भी इस तीर्थ यात्रा को लेकर उत्साहित हैं।
महबूबा ने अमरनाथ यात्रा के संदर्भ में बुधवार को कहा, ‘हमने दक्षिण कश्मीर स्थित अनंतनाग जिला और गान्दरबल से पार्टी पदाधिकारियों को बुलाया है, जो हमारे कार्यकर्ताओं को आगामी अमरनाथ यात्रा में सहयोग करने में मार्गदर्शन करेंगे।’
‘तार्थयात्रियों की देखभाल हमारी परंपरा रही है‘
महबूबा ने पार्टी की एक बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘तीर्थयात्री हमारे अतिथि हैं, उनकी देखभाल करने में कोई कमी नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह हमारी परंपरा है। जब हिन्दू-मुस्लिम संबंधों को साम्प्रदायिक रंग देने के लिए पूरे देश में प्रयास किये जा रहे हैं, तब कश्मीर घाटी देश को निरंतर भाईचारे का संदेश भेज रही है।’
Amarnath Yatra is a golden chance for J&K to display bonds of communal harmony .We have geared up our workers & directed them to facilitate the Yatra in their capacity. I also appeal the govt to facilitate civilian movement without any impediment during yatra: @MehboobaMufti pic.twitter.com/UBRnjYEw07
— J&K PDP (@jkpdp) June 21, 2023
उन्होंने कहा, ‘आज यह यात्रा कश्मीरियत की एक बार फिर पूरे देश को याद दिलाने के लिए हमारे पास एक स्वर्णिम अवसर है। जब मुस्लिमों की दुकानें ध्वस्त की जा रही हैं और वे बेघर किये जा रहे हैं। जब धर्म के नाम पर पीट-पीटकर उनकी हत्या की जा रही है।
स्थानीय आबादी को असुविधा नहीं होने देने की भी सरकार से अपील
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने स्थानीय आबादी को असुविधा नहीं होने देने की भी सरकार से अपील की क्योंकि वे (स्थानीय लोग) तीर्थयात्रियों की मदद करते हैं। उन्होंने कहा, ‘पिछले साल हमने देखा कि कई मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पाए, कुछ गर्भवती महिलाओं का प्रसव सड़क पर ही हो गया। इसलिए, मैं सरकार से अपील करती हूं कि स्थानीय लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।’
डीजीपी दिलबाग सिंह ने सुरक्षा व्यवस्थाओं की समग्र समीक्षा की
इस बीच अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने भी सुरक्षा को लेकर बैठक की और यात्रा के लिए की जा रही सुरक्षा व्यवस्थाओं की समग्र समीक्षा की। अप्रिय घटना मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त प्रयासों की जरूरत पर बल देते हुए डीजीपी ने अन्य शाखाओं एवं जिलों से पुलिसकर्मियों को लाने का निर्देश दिया। उन्होंने महत्वपूर्ण स्थानों पर बम निष्क्रय दस्तों की तैनाती और मानक संचालन प्रक्रिया का अक्षरश: पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।