मायावती का हमला – कांग्रेस और भाजपा में बड़ा हिन्दुत्ववादी बनने की मची है होड़
लखनऊ, 13 जून। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस व भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा है कि पिछले कुछ समय से दोनों पार्टियों के बीच इस मुद्दे पर काफी प्रमुखता से लड़ाई चल रही है कि कौन बड़ा हिन्दुत्ववादी या हिन्दू भक्त है और पूजा पाठ करने में माहिर है। इससे ये स्पष्ट होता है कि हिन्दू धर्म को छोड़कर बाकी सभी धर्मों की दोनों पार्टियां उपेक्षा कर रही हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों का हर स्तर पर शोषण हो रहा है।
राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना व एमपी में वंचितों के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी बसपा
मायावती ने कहा कि बसपा आने वाले विधानसभा चुनावों में दलितों-आदिवासियों के शोषण, गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा शासित इन राज्यों में गरीबों, मजदूरों, किसानों, कर्मचारियों और अन्य मेहनतकश लोगों का उत्पीड़न हो रहा है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि इन चारों राज्यों में इस वर्ष हो रहे विधानसभा आम चुनावों में इन जरूरी मुद्दों को लेकर बसपा पूरी तैयारी के साथ चुनाव में उतर रही है। इतना ही नहीं बल्कि इन सभी मामलों में यहां की जनता को जागरूक बनाने और चुनावी तैयारी के लिए बसपा की केंद्रीय यूनिट ने पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद और इन चारों राज्यों के केंद्रीय कोआर्डिनेटर और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को भी मुख्य तौर पर लगाया हुआ है।
उत्तराखंड में मजारों को तोड़ने का फैसला गलत
मायावती ने उत्तराखंड में मजारों पर हुए एक्शन को भी गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि बसपा सभी धर्मों का सम्मान करती है। मजारों पर एक्शन को लेकर मायावती ने कहा कि अचानक मजारों को तोड़ने के फैसले से बसपा सहमत नहीं है। धार्मिक स्थानों को सही स्थान मिलना चाहिए। हमारी पार्टी के शासन में सभी धर्म को बराबर का स्थान दिया गया था।