राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे का पीएम मोदी पर प्रहार – ‘एक दिन आएगा, जब आपका अहंकार टूटेगा’
नई दिल्ली, 29 जुलाई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन करगे ने राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर मंगलवार को शुरू हुई चर्चा के दौरान मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार बस नेहरू को गालियां देती है। सरकार को यह बताना चाहिए कि पहलगाम में आतंकी कहां से आए। पहलगाम में लोगों ने अपनों को खोया। मोदी सरकार कहती है कि हमने आतंकवाद को खत्म कर दिया तो फिर ये हमला क्यों हुआ। यह सुरक्षा में चूक है और केंद्रीय गृह मंत्री को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
क्या पहले से ही हमले की आशंका थी?
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पीएम मोदी ने हमले से तीन दिन पहले अपना जम्मू-कश्मीर का दौरा रद कर दिया था। क्या सरकार को इस बात की आशंका थी, जिसके चलते पीएम मोदी ने अपना दौरा रद किया। यदि सरकार को पहले से किसी हमले की आशंका थी तो आपने वहां पर्यटकों को क्यों जाने दिया?
LIVE: Congress President Shri @kharge speaks on Operation Sindoor in Rajya Sabha. https://t.co/67pUN9arkb
— Congress (@INCIndia) July 29, 2025
‘पीएम मोदी में इतना अंहकार है कि वह विपक्ष के पत्र का जवाब देना भी जरूरी नहीं समझते’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘22 अप्रैल 2025 को पहलगाम हमला हुआ। नेता विपक्ष राहुल गांधी जी और मैंने पीएम मोदी को पत्र लिख कर विशेष सत्र की मांग की, लेकिन हमें इस पत्र का कोई जवाब नहीं आया। पीएम मोदी के अंदर इतना अंहकार है कि वह विपक्ष के पत्र का जवाब देना भी जरूरी नहीं समझते। पीएम मोदी को लोगों के गले पड़ने की फुर्सत है, लेकिन विपक्ष के नेताओं को जवाब देने का समय नहीं है। एक दिन आएगा, जब आपका अहंकार टूटेगा।’
सदन में पीएम की गैर-मौजूदगी पर उठाए सवाल
खरगे ने चर्चा के दौरान पीएम की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब इस मुद्दे पर चर्चा चल रही है तो पीएम को यहां मौजूद रहना चाहिए। पीएम मोदी हमले के बाद सर्वदलीय बैठक में भी नहीं आए। ये आज जवाहर लाल नेहरू पर टिप्पणी कर रहे थे। कभी जब ये बच्चे थे तो कहते थे चाचा नेहरू आए।
‘यदि पीएम मोदी में सुनने की क्षमता नहीं तो वह कुर्सी पर बैठने लायक नहीं’
उन्होंने कहा, ‘साल 1962 में जब भारत-चीन युद्ध चल रहा था, तब नेहरू जी ने चंद विपक्षी सांसदों की मांग पर विशेष सत्र बुलाया था। उस वक्त मांग उठी थी कि सीक्रेट सेशन बुलाया जाए, लेकिन नेहरू जी ने कहा कि जनता से कुछ भी छिपाया नहीं जाना चाहिए। ये था हमारा लोकतंत्र..। लेकिन ये लोग ना तो विशेष सत्र बुलाते हैं और ना सच्चाई सामने लाते हैं। यहां तक कि जब सर्वदलीय मीटिंग होती है तो पीएम मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त हो जाते हैं। यदि पीएम मोदी में सुनने की क्षमता नहीं है तो वह कुर्सी पर बैठने लायक नहीं हैं।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र पर टारगेट करते हुए कहा कि आपने सिर्फ झूठ के कारखाने बनाए। लोग आपकी बातों पर भरोसा नहीं करेंगे। आपको सच बोलना चाहिए। सरकार सच सुनने का साहस दिखाए। आप बिना बुलाए गले जाकर मिलते हैं।
खरगे ने कहा, ‘हम हमेशा से पाकिस्तान और उसके द्वारा आतंकियों को समर्थन देने की निंदा करते आए हैं और आगे भी करेंगे। लेकिन हम इधर निंदा करते हैं, उधर मोदी जी दावत में जाकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को गले लगा लेते हैं।’
