खड़गे को G20 के रात्रिभोज का आमंत्रण नहीं, कांग्रेस ने लगाया जातिगत भेदभाव का आरोप – ‘मोदी है तो मनु है’
नई दिल्ली, 8 सितम्बर। G20 शिखर सम्मेलन के भव्य रात्रिभोज की अतिथि सूची से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विवादास्पद तरीके से बाहर करने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है और पार्टी नेताओं ने हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम में दलित नेता खड़गे को आमंत्रित नहीं करने के लिए सरकार की आलोचना की है।
इस क्रम में तमिलनाडु कांग्रेस के मोहन कुमारमंगलम ने कहा, ‘मोदी है तो मनु है।’ कुमारमंगलम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी प्राचीन हिन्दू ऋषि महर्षि मनु की विरासत को कायम रख रहे हैं, जिन्होंने मनुस्मृति लिखी थी, जिसे अक्सर ‘हिन्दू आचरण के लिए मार्गदर्शक’ के रूप में वर्णित किया जाता है। जाति-आधारित भेदभाव को बढ़ावा देने के लिए कई विद्वानों द्वारा इसकी आलोचना की गई है।
कांग्रेस नेता ने कई उदाहरणों का हवाला दिया, जहां पिछड़े वर्ग के नेताओं को महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अयोध्या में राम मंदिर के ‘भूमि पूजन’ में आमंत्रित नहीं किया गया था। इसी प्रकार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था।
राहुल गांधी का आरोप – ‘वे देश की 60% आबादी के नेतृत्व को महत्व नहीं देते‘
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘यह आपको बताता है कि वे विपक्ष के नेता को महत्व नहीं देते हैं और उन्होंने हमें जी20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित नहीं किया। वे देश की 60% आबादी के नेतृत्व को महत्व नहीं देते हैं।’
खड़गे के कार्यालय ने कहा कि उन्हें शनिवार को राष्ट्रपति द्वारा आयोजित जी20 रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया था। हालांकि, खबरों के मुताबिक किसी अन्य राजनीतिक दल के नेता को भी आमंत्रित नहीं किया गया है। रात्रिभोज में कैबिनेट सदस्यों, राज्य मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, भारत सरकार के सचिवों और अन्य उल्लेखनीय अतिथियों को रात्रिभोज के लिए निमंत्रण मिला है।