केजरीवाल की दिल्लीवासियों से अपील- यमुना नदी के नजदीक स्थित सड़कों का इस्तेमाल न करें
नई दिल्ली, 13 जुलाई। यमुना में जलस्तर के 208.48 मीटर तक बढ़ने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को लोगों को नदी के आसपास की सड़कों का इस्तेमाल न करने को कहा। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। अब पानी 208.46 मीटर पर पहुंच गया है। बढ़ते हुए जलस्तर के कारण, पानी यमुना के आस पास की सड़कों पर आ गया है। आपसे अनुरोध है कि इन रास्तों पर ना जायें। जिन आबादी वाले इलाकों में पानी भरा है, वहां से लोगों को निकाला जा रहा है। वहां रहने वालों से अनुरोध है कि प्रशासन का सहयोग करें। लोगों की जान बचाना सर्वाधिक जरूरी है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ सभी दिल्ली वालों से अपील है कि इस आपात स्थिति में एक दूसरे का हर संभव सहयोग करें।’’ केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट में प्रभावित इलाकों में स्कूल बंद रहने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली के जिन इलाकों में पानी भर रहा है वहां पर सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद किए जा रहे हैं।’’
दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली सचिवालय में भी पानी भर गया है, जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के आवास कार्यालय हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें दिल्ली सचिवालय में पानी भरने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि वे स्थिति को लेकर यातायात पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय कर रहे हैं। राजघाट से दिल्ली सचिवालय जाने वाली सड़क पर भी पानी भर गया है।
अधिकारियों ने बताया कि कश्मीरी गेट और पुराना लोहे के पुल के बीच रिंग रोड पर पानी भर गया है और इसलिए वहां यातायात रोक दिया गया है। जिला मजिस्ट्रेट (पूर्व) के एक आदेशानुसार, जल स्तर अत्यधिक बढ़ने के कारण गीता कॉलोनी में शमशान घाट को बंद कर दिया गया है। वहीं उफनती हुई यमुना नदी का पानी आईटीओ तक पहुंच गया, जो पूर्वी दिल्ली से मध्य दिल्ली और कनॉट प्लेस तक आने-जाने का एक प्रमुख मार्ग है।
इसके अलावा बोट कॉलोनी, गीता कॉलोनी, गांधी नगर के कुछ हिस्से, अशोक नगर और पांडव नगर जैसे इलाके भी जलमग्न हो गए। दिल्ली में यमुना का जलस्तर बृहस्पतिवार सुबह बढ़कर 208.48 मीटर पर पहुंच गया, जिससे आसपास की सड़कें, सार्वजनिक व निजी बुनियादी ढांचे जलमग्न हो गए और नदी के पास रहने वाले लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। ‘ओल्ड रेलवे ब्रिज’ पर नदी का जलस्तर बुधवार रात 208 मीटर के निशान को पार कर गया था और बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक बढ़कर 208.48 मीटर तक पहुंच गया।