केजरीवाल ने पीएम मोदी की कार्यशैली पर उठाए सवाल, कहा – विपक्ष को तोड़ने के लिए किया जा रहा ED व CBI का इस्तेमाल
नई दिल्ली, 5 मार्च। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई की काररवाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री की कार्यशैली यह हो गई है कि देश के अंदर किसी भी राज्य में अगर दूसरी पार्टी की सरकार बनी तो काम नहीं करने देंगे। उनके पीछे CBI-ED छोड़ देंगे।
‘भाजपा के अलावा अन्य पार्टी की सरकार को काम नहीं करने देंगे‘
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने इसे खतरनाक करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसी भी देश के एक फादर फिगर होते हैं। उन्होंने कहा, ‘चुनाव में हम आपस में लड़ें, लेकिन चुनाव होने के बाद एकबार अगर कोई सरकार बन जाए तो उस सरकार को पूरी तरह से सपोर्ट देने की जिम्मेदारी और उसके साथ खड़े होने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री की होनी चाहिए। लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री ने यह ठान लिया है कि अगर भाजपा के अलावा किसी अन्य पार्टी की सरकार बनाओगे तो उस सरकार को हर हाल में काम करने नहीं दिया जाएगा।’
PM Modi की कार्यशैली:
किसी राज्य में दूसरी पार्टी की Govt बनी तो काम नहीं करने देंगे, CBI-ED छोड़ देंगे
वहीं Himanta Biswa, Suvendu Adhikari, Narayan Rane BJP में आ गए तो CBI-ED Case बंद!
जो Bill सरकारों ने पास किये, उन पर Governor-LG Sign नहीं कर रहे हैं
-CM @ArvindKejriwal pic.twitter.com/PuEypiIVLF
— AAP (@AamAadmiParty) March 5, 2023
केजरीवाल ने पीएम मोदी पर विपक्ष के नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों को छोड़ने का आरोप लगाया। कहा – प्रधानमंत्री विपक्षे के सभी नेताओं के पीछे सीबीआई और ईडी छोड़ देते हैं, उन्हें गिरफ्तार कर लेते हैं। उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं। उनकी पार्टी तोड़ते देते हैं। सरकार गिरा देते हैं। गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में ऐसा देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता जिन पर आरोप लगे हैं, अगर वे भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो उनके खिलाफ सारे मामले बंद हो जाते हैं। उन्होंने नाम लेते हुए कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा, मुकुल रॉय, सुवेंदु अधिकारी, नारायन राणे भाजपा में आ गए तो इनके खिलाफ सीबीआई-ईडी केस बंद हो गए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं कर रहे हैं बल्कि दूसरी पार्टियों की चुनी हुई सरकार को गिराने और उनकी पार्टियों को तोड़ने के लिए कर रहे हैं।