कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने पीएम मोदी से फिर की प्रज्वल रेवन्ना के पासपोर्ट को रद्द करने की अपील
बेंगलुरु, 23 मई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक और पत्र लिखकर हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के लिए ‘त्वरित और आवश्यक’ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। प्रज्वल पर महिलाओं के यौन शोषण के आरोप हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा, यह ‘‘बेहद निराशाजनक’’ है कि इतने गंभीर मामले में पूर्व में उनकी ओर से लिखे गए पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मुख्यमंत्री ने इससे पहले एक मई को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर प्रज्वल के राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने के लिए विदेश और गृह मंत्रालय से त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया था। राज्य सरकार ने सांसद के खिलाफ यौन शोषण के अनेक आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया था और उसने भी अदालत की ओर से प्रज्वल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के आधार पर उसका राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के संबंध में विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा था।
सिद्धरमैया ने 22 मई को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा,‘‘ मैं आपका ध्यान एक बार फिर उन गंभीर घटनाओं की ओर आकर्षित करने के लिए लिख रहा हूं जिसका आरोप प्रज्वल रेवन्ना पर है। इन घटनाओं ने न केवल कर्नाटक के लोगों की अंतरात्मा को झकझोर दिया है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इससे चिंताएं पैदा हुई हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘यह शर्मनाक है कि हासन निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य प्रज्वल रेवन्ना, जो इस समय फिर से चुनाव लड़ रहे हैं और जो एक पूर्व प्रधानमंत्री के पोते हैं, वह 27 अप्रैल 2024 को देश छोड़कर भाग गए। उनके जघन्य कृत्यों की खबर सामने आने के तुरंत बाद और उनके खिलाफ पहली प्राथमिकी दर्ज होने से कुछ ही घंटे पहले वह अपने राजनयिक पासपोर्ट नंबर डी1135500 के जरिए जर्मनी चले गए।’’
मुख्यमंत्री ने प्रज्वल पर देश से भागने और आपराधिक कार्यवाही से बचने के लिए अपने राजनयिक विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन करके न्याय के उद्देश्य को पूरा करने के लिए त्वरित कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि एसआईटी महिलाओं के खिलाफ प्रज्वल रेवन्ना के कथित अपराधों की जांच कर रही है और आपराधिक आरोपों का सामना करने के लिए आरोपी की उपस्थिति सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है।
सिद्धरमैया ने अपने पत्र में कहा,‘‘यह गंभीर चिंता का विषय है कि लुक आउट सर्कुलर, ब्लू कॉर्नर नोटिस और धारा 41ए के तहत जांच अधिकारी की ओर से दो नोटिस जारी होने के बावजूद आरोपी प्रज्वल रेवन्ना अब तक छुपे हुए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ प्राथमिकी में बलात्कार, यौन उत्पीड़न, महिलाओं को निर्वस्त्र करने और पीड़ितों को धमकाने के लिए जबरन यौन कृत्यों की वीडियोग्राफी करने जैसे आरोप शामिल हैं।’’ सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है कि इस मुद्दे पर इसी तरह की चिंताओं को व्यक्त करने वाले मेरे पिछले पत्र पर कार्रवाई नहीं की गई…।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री ने इस पर गौर करने का अनुरोध किया।