कर्नाटक में बजा चुनावी बिगुल : 10 मई को वोटिंग, 13 मई को होगी मतगणना
नई दिल्ली, 29 मार्च। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने बुधवार को यहां अहूत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक चुनाव की घोषणा करते हुए बताया कि इस बार एक चरण में मतदान 10 मई को होंगे जबकि वोटों की गिनती 13 मई को होगी। उसी दिन देर शाम तक परिणाम आ जाएंगे।
कर्नाटक में अभी 5.22 करोड़ वोटर, नए मतदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया जारी
सीईसी राजीव कुमार ने बताया कि कर्नाटक में अभी 5.22 करोड़ वोटर हैं और नए मतदाताओं को भी जोड़ने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि 24 मई से पहले चुनाव और गिनती की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि 80 वर्ष से ज्यादा के बुजुर्ग इस बार विधानसभा चुनाव में घर से वोट कर सकेंगे।
224 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा
दरअसल, कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि 2018-19 से इस बार मतदाताओं की संख्या में 9.17 लाख का इजाफा हुआ है। राजीव कुमार ने कहा कि एक अप्रैल, 2023 को जो युवा 18 वर्ष के हो रहे हैं, वे भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे।
वर्ष 2018 में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था
वर्ष 2018 के पिछले विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। भाजपा ने 104 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस ने 80 और जनता दल (सेक्यूलर) ने 37 सीटें जीती थीं। इन दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बना ली थी। हालांकि, बाद में 2019 में, कांग्रेस और जेडीएस से कई विधायकों के सामूहिक इस्तीफे के बाद भाजपा ने बागी विधायकों के समर्थन से सरकार बना ली थी।
पिछले 5 वर्षों में राज्य ने देखे हैं 3 मुख्यमंत्री
ऐसे में कर्नाटक के लिए पिछले पांच वर्ष सियासी तौर पर काफी उथल पुथल वाले रहे। यहां पांच वर्षों में तीन बार मुख्यमंत्री बदले गए। सबसे पहले जेडीएस के कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने 23 मई, 2018 को सीएम पद की शपथ ली। इसके बाद विधायकों के बागी होने के बाद भाजपा सत्ता में आई और बीएस येदियुरप्पा ने 26 जुलाई, 2019 से 28 जुलाई, 2021 तक मुख्यमंत्री का पद संभाला। फिर उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी। येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद 28 ¸2021 को भाजपा के बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री बने और फिलहाल पद पर कायम हैं।