जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा बोले – ‘किसी भी स्थिति से निबटने को तैयार हैं हमारे सुरक्षा बल’
जम्मू, 9 मई। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निबटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने यह बयान बारामूला जिले के सीमावर्ती क्षेत्र उरी में सैनिकों से मुलाकात के दौरान दिया। एलजी ने पाकिस्तान द्वारा जम्मू, सांबा, उधमपुर और श्रीनगर में ड्रोन और मिसाइल हमलों की नाकाम कोशिशों के बाद यह दौरा किया।
एलजी सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘बारामूला में हमारे वीर सैनिकों के बीच होना गर्व की बात है। इनका एक ही सपना और संकल्प है – दुश्मन और उसकी हमले की क्षमता को नष्ट करना और भारत की संप्रभुता तथा नागरिकों की सुरक्षा करना। जय हिंद की सेना!’
भारत माता की जय! A proud privilege to be amongst Bravest of the Brave, our heroes in Baramulla. They have just one dream and one resolve- Destroy the enemy & its capability to attack Bharat and to safeguard our citizens and Bharat's sovereignty. Jai Hind Ki Sena! pic.twitter.com/v4qU7NiU4E
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) May 9, 2025
उरी दौरे के बाद मीडिया से बातचीत में एलजी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें की गईं, लेकिन भारतीय सशस्त्र बल हर चुनौती से निबटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) के साथ मिलकर उरी के लगामा और गिंगल गांवों में पाकिस्तान की तरफ से की गई बेमतलब गोलाबारी से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस गोलाबारी में कई नागरिकों के घरों को नुकसान हुआ है।
My brave soldiers, the nation is with you in your mission. विजयी भव: pic.twitter.com/2FI13C4T9P
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) May 9, 2025
प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत देने का जिला प्रशासन को निर्देश
एलजी सिन्हा ने कहा, ‘मैंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत दी जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।’ उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सीमावर्ती गांवों के लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि घायल लोगों और मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि दी जा चुकी है। साथ ही नुकसान का आकलन किया जा रहा है और भविष्य में इन क्षेत्रों में नए बंकरों का निर्माण किया जाएगा, ताकि ऐसी घटनाओं से लोगों को बचाया जा सके।
