तिरुवनंतपुरम, 29 दिसंबर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के अधिकारियों ने वीरवार को केरल में प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के दूसरे दर्जे के नेताओं के आवास सहित कई स्थानों पर छापेमारी की। केरल पुलिस के सूत्रों ने बताया कि बुधवार देर रात शुरू हुई छापेमारी अब भी जारी है। एनआईए की अगुवाई वाली कई जांच एजेंसी की टीम ने देश में आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के आरोप में सितंबर में 15 राज्यों में कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन के शीर्ष नेताओं सहित कई पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि पीएफआई के कुछ कार्यकर्ता इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) से मिल गए हैं।
अधिकारियों ने तब इस बड़ी कार्रवाई को पीएफआई के खिलाफ ‘‘अब तक की सबसे बड़ी जांच प्रक्रिया’’ के रूप में वर्णित किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़ी साजिश के मामले को लेकर केरल में 56 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। जिन संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की गई, उन पर कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. आरोप है कि पीएफआई के कुछ कार्यकर्ता इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) से मिल गए हैं।
बता दें कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI 22 नवंबर 2006 को तीन मुस्लिम संगठनों के मिलने से बना था। इनमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिता नीति पसरई साथ आए। PFI खुद को गैर-लाभकारी संगठन बताता है। PFI में कितने सदस्य हैं, इसकी जानकारी संगठन नहीं देता है।