मीट कारोबारियों पर IT का हल्ला बोल! UP के इन जिलों में तड़के रेड, करोड़ों की टैक्स चोरी की जांच जारी
लखनऊ, 14 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मीट कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग ने सोमवार तड़के बड़ी छापेमारी की। बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद, संभल और बरेली समेत पांच जिलों में यह कार्रवाई हुई। अधिकारियों का कहना है कि यह रेड टैक्स चोरी और काले धन की जांच के लिए की गई है। इस छापेमारी में 70 से ज्यादा गाड़ियों में सवार होकर 100 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। कुछ जगहों पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और जीएसटी विभाग की टीमें भी इस जांच में साथ थीं।
बुलंदशहर में शुरू हुई कार्रवाई
सबसे पहले बुलंदशहर के खुर्जा क्षेत्र में कार्रवाई शुरू हुई। यहां इनकम टैक्स टीम ने हापुड़ के मीट कारोबारी हाजी यासीन की फैक्ट्री पर छापा मारा। खुर्जा नगर कोतवाली के मुंडाखेड़ा रोड पर स्थित अग्रियोटेक फूड्स लिमिटेड में लगभग सात घंटे तक छानबीन चली। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए। शाम 8:30 बजे तक जांच जारी रही। इस कार्रवाई से जिले में हड़कंप मच गया।
गाजियाबाद में भी छापा
गाजियाबाद के डासना मसूरी इलाके में इंटरनेशनल फूड एग्रो लिमिटेड फैक्ट्री पर भी देर रात तक रेड चली। यहां 50 से अधिक अधिकारी दस्तावेज जब्त करते नजर आए। फूड डिपार्टमेंट की टीम भी जांच में शामिल थी।
हापुड़ में तीन स्थानों पर छापे
हापुड़ में मीट कारोबारी हाजी यासीन की तीन जगहों पर रेड हुई। इसमें फैक्ट्रियों और अन्य ठिकानों पर कंप्यूटर, लैपटॉप और दस्तावेज जब्त किए गए।
संभल में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
संभल जिले में यह अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी मानी जा रही है। सोमवार सुबह चार बजे आयकर विभाग की चार टीमें करीब 70 गाड़ियों के साथ मीट कारोबारियों के घरों और फैक्ट्रियों पर पहुंचीं। इंडियन फ्रोजन फूड कंपनी के मालिक हाजी इमरान, हाजी इरफान, हाजी रिजवान और इरफान के घर और फैक्ट्री पर छापे पड़े। इनके कारोबार का अनुमान लगभग 1000 करोड़ रुपये बताया जा रहा है। देर रात तक दस्तावेजों की जांच जारी रही। ईडी की टीम भी हाजी रिजवान के ठिकानों पर सक्रिय थी। सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
बरेली में दो फैक्टरियों पर जांच
बरेली में थाना कैंट क्षेत्र की मार्या और रहबर मीट फैक्ट्रियों पर पिछले 24 घंटे से जांच जारी है। दोनों फैक्टरियों के अंदर कर्मचारियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। बरेली का मीट कारोबार पहले से विवादों में रहा है, लेकिन इस कार्रवाई के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी काफी चुप दिखे।
टैक्स चोरी और काले धन की जांच
सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई का मकसद टैक्स चोरी, अवैध कारोबार और काले धन का पर्दाफाश करना है। कई जगहों से दस्तावेज जब्त किए जा चुके हैं। हापुड़ के दाना कारोबारी असलम कुरैशी, वकील नितिन गर्ग और शकील कुरैशी जैसे बड़े नामों के ठिकानों पर भी रेड की खबरें मिली हैं। आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इस कार्रवाई से मीट कारोबार के लोगों में भय और दहशत का माहौल है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रेड टैक्स चोरी के बड़े नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश है। जिले में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
