IOA अध्यक्ष पीटी उषा ने पेरिस मेडिकल सेंटर में विनेश से की मुलाकात, बोलीं – फोगाट मानसिक रूप से निराश
पेरिस, 7 अगस्त। भारतीय ओलम्पिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने आज पेरिस ओलम्पिक गांव स्थित मेडिकल सेंटर जाकर महिला पहलवान विनेश फोगाट से मुलाकात की। दरअसल, महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले निर्धारित से ज्यादा वजन पाए जाने पर पेरिस ओलम्पिक से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद डिहाइड्रेशन की शिकार विनेश को मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है। अस्पताल से जो पहली तस्वीर सामने आई है, उसमें फोगाट बेड पर लेटी हुई नजर आ रही हैं और चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट है।
उषा बोलीं – ‘फोगाट की खबर सुनकर मैं स्तब्ध और निराश हूं‘
विनेश से मुलाकात के बाद आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा, ‘विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने की खबर सुनकर मैं स्तब्ध और निराश हूं। मैं यहां विनेश से मिलने आई थी। वह शारीरिक और चिकित्सकीय रूप से ठीक हैं। हां, मानसिक रूप से वह निराश हैं। हमारा पूरा सपोर्ट स्टाफ उनका वजन कम करने के लिए उनके साथ है। वे अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।’
— Team India (@WeAreTeamIndia) August 7, 2024
विनेश से सेमीफाइनल में हारी क्यूबाई मल्ल फाइनल खेलेगी
उल्लेखनीय है कि विनेश ने मंगलवार को दिन में दो दिग्गज पहलवानों पर शानदार जीत के बाद सायंकालीन सत्र की सेमीफाइनल बाउट में क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज को 5-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। हालांकि, विनेश और करोड़ों भारतीयों को उस वक्त तगड़ा झटका, लगा जब आज सुबह वह ओवरवेट के चलते अयोग्य घोषित कर दी गईं।
विनेश की आज शाम फाइनल में अमेरिका की सारा एन हिल्डब्रांट से भिड़ंत होनी थी। लेकिन अब सेमीफाइनल में विनेश से हारने वाली लोपेज फाइनल में खेलेंगी। विनेश को सिर्फ 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण अयोग्य करार दिया गया।
पर्डीवाला बोले – विनेश का वजन करने की सारी कोशिशें बेकार गईं
इस बीच भारतीय दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनशॉ पर्डीवाला ने कहा कि विनेश को निर्धारित वजन के भीतर लाने की हरसंभव कोशिश की गई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। विनेश कम से कम सिल्वर मेडल पक्का कर चुकी थीं, लेकिन अब उन्हें पेरिस से खाली हाथ लौटना पड़ेगा।
ये कहते हैं युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के नियम
वस्तुतः युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियमों के अनुसार पहलवान को वजन कराने की अवधि में कई बार अपना वजन कराने का अधिकार होता है। नियमानुसार यदि कोई खिलाड़ी पहली और दूसरी बार वजन कराने के समय उपस्थित नहीं होता या अयोग्य होता है तो उसे स्पर्धा से बाहर कर दिया जाएगा और वह आखिरी स्थान पर रहेगा। उसे कोई रैंक नहीं मिलेगी। उल्लेखनीय है कि विनेश ओलम्पिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान थीं। लेकिन उन्हें एन वक्त पर अयोग्य करार दिए जाने से भारतीय खेल प्रशंसकों को गहरा धक्का लगा है।