डब्ल्यूएचओ का मत – 100 देशों में फैल चुका है कोरोना का डेल्टा वैरिएंट, आगामी दिनों और मुश्किल बढ़ाएगा
जिनेवा, 1 जुलाई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि एक आकलन के अनुसार कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट के मामले अब करीब 100 देशों में सामने आ चुके हैं और आने वाले महीनों में यह सर्वाधिक संक्रामक स्वरूप पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का सबसे हावी वैरिएंट बन जाएगा।
डब्ल्यूएचओ ने ‘कोविड-19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट’ में बताया कि 29 जून, 2021 तक 96 देशों में डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए और संभव है कि वास्तविक आंकड़ें अधिक हों क्योंकि वायरस के स्वरूप का पता लगाने के लिए जिनोम सीरीज क्षमताएं भी सीमित हैं। इनमें कई देशों ने कहा है कि डेल्टा वैरिएंट के कारण उनके यहां संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।’
डब्ल्यूएचओ ने हालांकि यह भी कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए आज के समय में जो कदम उठाए जाते हैं, वे डेल्टा समेत वायरस के अन्य चिंताजनक स्वरूपों के खिलाफ भी प्रभावी हैं।
टीका न लगवाने वालों में तेजी से फैल रहा डेल्टा वैरिएंट
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने पिछले हफ्ते कहा था कि कोरोना वायरस के अब तक जितने भी स्वरूपों की पहचान हुई है, उनमें डेल्टा सबसे अधिक संक्रामक है और यह उन लोगों में तेजी से फैल रहा है, जिन्हें कोविड रोधी टीका नहीं लगा है। उन्होंने कहा था कि कुछ देशों ने जन स्वास्थ्य एवं सामाजिक पाबंदियों में ढील दी है, ऐसे में विश्व में संक्रमण के मामलों में फिर बढ़ोतरी देखने को मिली है।
हालिया आंकड़ों के अनुसार कोरोना के अल्फा वैरिएंट के मामले 172, बीटा वैरिएंट के मामले 120, गामा वैरिएंट के मामले 72 और डेल्टा वैरिएंट के मामले 96 देशों में सामने आए हैं। इस हफ्ते 11 और देशों में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई है। पिछले हफ्ते इन देशों की संख्या 85 थी।