न्यूयॉर्क, 22 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा की अमेरिका में सिलिकॉन वैली के विशेषज्ञ उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं। सैन फ्रांसिस्को की टीआईई ग्लोबल के पूर्व अध्यक्ष वेंकटेश शुक्ल का कुछ ऐसा ही मानना है। वेंकटेश ने आकाशवाणी समाचार से अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यही सही समय है, जब भारत के अंतरिक्ष और ऊर्जा क्षेत्र में लगे स्टार्टअप नवाचारों में लगी अमेरिकी सरकारी एजेंसियों से जुड़ें।
ऊर्जा व अंतरिक्ष क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप्स को अमेरिकी एजेंसियों से जुड़ने का यह सही समय
वेंकटेश ने कहा, ‘सिलिकॉन वैली और अमेरिका में भारतीय उद्यमी प्रधानमंत्री की यात्रा का स्वागत करते हैं। अंतरिक्ष और ऊर्जा उद्योग से जुड़े भारत के स्टार्टअप्स के नवाचारों के साथ सहयोग बढ़ाने का भी एक अवसर है। अमेरीका और भारत के रणनीतिक हितों के महत्व को देखते हुए इन स्टार्टअप के लिए अमेरिकी सरकारी एजेंसियों, रक्षा और ऊर्जा विभागों से जुड़ना समझ में आता है। अगर अमेरिकी सरकारी एजेंसियों को भारत के नवाचार से कोई मार्ग खुलता है तो यह सभी के लिए एक जबर्दस्त जीत होगी।’
शुक्ल ने साइबर सुरक्षा क्षेत्र में अत्याधुनिक नवाचारों में ज्ञान साझा करने के महत्व का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा क्षेत्र में अत्याधुनिक नवाचारों में लगी अमेरिकी सरकारी एजेंसियां, दुश्मन के हमलों से महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की रक्षा के लिए भारत के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा कर सकती हैं। भारत सरकार के साथ इस तरह के नवाचार को साझा करने की व्यवस्था एक और जीत होगी।