नई दिल्ली, 5 अक्टूबर। कोरोना गाइडलाइंस को लेकर भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इसी क्रम में भारत ने अगले वर्ष इंग्लैंड में प्रस्तावित राष्ट्रकुल खेलों की हॉकी स्पर्धा से अपनी पुरुष व महिला टीमों का नाम वापस ले लिया है।
हॉकी इंडिया की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में बताया गया कि पूरे यूरोप में इंग्लैंड कोरोना से सबसे प्रभावित देश है, ऐसे में अगले वर्ष वहां कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेना सही नहीं होगा। हॉकी इंडिया ने साफ किया है कि उसकी टीम का फोकस पूरी तरह से एशियाई खेलों पर है, जो 2024 पेरिस ओलंपिक की तैयारियों को देखते हुए अहम है।
दोनों देशों ने विमान यात्रियों के लिए लागू कर रखा है 10 दिनों का क्वारंटीन नियम
गौरतलब है कि ब्रिटेन ने हाल में भारत के कोविड-19 टीकाकरण प्रमाण पत्रों को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। बाद में उसने इसकी मंजूरी दी तो देश से आने वाले यात्रियों के पूर्ण टीकाकरण के बावजूद उनके लिए 10 दिनों का कड़ा पृथकवास अनिवार्य कर दिया। इसके जवाब में भारत भी ब्रिटेन से आने वाले विमान यात्रियों के लिए 10 दिनों के क्वारंटीन का नियम चार अक्टूबर से लागू कर चुका है।
जूनियर हॉकी विश्व कप से इंग्लैंड ने वापस लिया था नाम
फिलहाल भारत का यह फैसला जवाबी काररवाई के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि अगले माह ओडिशा में प्रस्तावित जूनियर हॉकी विश्व कप से इंग्लैंड ने इसी सोमवार को अपना नाम वापस लिया था। इंग्लैंड ने भी यही हवाला दिया था कि भारत सरकार द्वारा इंग्लैंड के निवासियों के लिए 10 दिनों का क्वारंटीन पीरियड रखा गया है, ऐसे में वह अपना नाम वापस ले रहा है। अब इंग्लैंड के इस फैसले के कुछ घंटों के भीतर ही भारत ने बड़ा कदम उठा लिया।
हॉकी इंडिया ने अपने फैसले से आईओए को अवगत कराया
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो निंगोबम ने महासंघ के फैसले से भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा को अवगत करा दिया है। अपने बयान में हॉकी इंडिया ने कहा कि बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों (28 जुलाई से आठ अगस्त) और हांग्झू एशियाई खेलों (10 से 25 सितम्बर) के बीच सिर्फ 32 दिनों का अंतर है और वह अपने खिलाड़ियों को ब्रिटेन भेजकर जोखिम नहीं उठाना चाहता, जो कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल रहा है।
निंगोबम ने लिखा, ‘एशियाई खेल 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए महाद्वीपीय क्वालिफिकेशन प्रतियोगिता है और एशियाई खेलों की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए हॉकी इंडिया राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान भारतीय टीमों के किसी खिलाड़ी के कोविड-19 संक्रमित होने का जोखिम नहीं ले सकता।’