भारत बनाम न्यूजीलैंड डब्ल्यूटीसी फाइनल : द रोज बोल स्टेडियम में 4 हजार दर्शकों के प्रवेश की अनुमति
नई दिल्ली, 20 मई। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम जहां इंग्लैंड पहुंच चुकी है वहीं विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया, जो बुधवार (19 मई) से मुंबई में 14 दिनों की सख्त क्वॉरंटीन अवधि व्यतीत कर रही है, आगामी दो जून को इंग्लैंड पहुंचेगी।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इस मुकाबले के दौरान साउथैम्पटन काउंटी के घरेलू स्टेडियम ‘द रोज बोल’ में अधिकतम 4000 दर्शकों के प्रवेश की अनुमति दे दी है।
- सितम्बर, 2019 के बाद पहली बार इंग्लैंड में क्रिकेट दर्शकों को अनुमति
हैंमशर काउंटी क्लब के प्रमुख रॉड ब्रैंसग्रोव ने क्रिकेट की एक वेबसाइट क्रिकबज को बताया कि सितम्बर, 2019 के बाद यह पहला मौका है, जब ईसीबी ने अपने किसी स्टेडियम में दर्शकों के प्रवेश की अनुमति दी है। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड टेस्ट फाइनल के टिकटों की काफी मांग है। उन्होंने कहा, ‘50 प्रतिशत सीटें आईसीसी और उनके प्रायोजक और अन्य हितधारकों को मिलेंगे जबकि शेष दो हजार टिकट हम बेचेंगे। हमें प्रशंसकों से इसकेलिए दोगुने से भी ज्यादा अनुरोध मिल चुके हैं। इस फाइनल को लेकर दर्शकों ने काफी दिलचस्पी प्रदर्शित की है।‘
ज्ञातव्य है कि कोविड-19 के चलते यात्राओं पर काफी प्रतिबंध है। रॉड ब्रैंसग्रोव का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि आईसीसी और बीसीसीआई के कितने सदस्य इस फाइनल मुकाबले को देखने आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर सदस्य फाइनल देखने नहीं आएंगे तो ये टिकट भी प्रशंसकों को बेच दिए जाएंगे।
दरअसल, ब्रैंसग्रोव भारतीय टीम का साउथैम्टन में स्वागत करने को लेकर काफी उत्सुक हैं। उन्होंने बताया कि वह इंग्लिश काउंटी में भी दर्शकों को आने की अनुमति दे सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम भारत में टीम इंडिया की क्वॉरंटीन अवधि की समाप्ति का इंतजार कर रहे हैं। हम उनकी मेजबानी को तैयार हैं।’
- टीम इंडिया 2 जून को इंग्लैंड पहुंचेगी
ज्ञातव्य है कि भारत की महिला व पुरुष क्रिकेट टीमें मुंबई से दो जून को इंग्लैंड पहुंचेंगी। वहां 10 दिनों तक क्वॉरंटीम में रहने के बाद पुरुष टीम 18 से 22 जून तक न्यूजीलैंड से डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलने के बाद इंग्लैंड से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी, जो 14 सितम्बर तक चलेगी। वहीं महिला क्रिकेट टीम सात वर्षों बाद पहली बार टेस्ट मैच खेलेगी। दौरे पर एक टेस्ट मैच के अलावा सीमित ओवरों के मैचों की सीरीज भी होगी।