टोक्यो, 5 सितम्बर। भारतीय पैरा एथलीटों ने टोक्यो में रविवार को संपन्न पैरालंपिक खेलों की विभिन्न स्पर्धाओं में रिकॉर्ड 19 पदकों के साथ ऐसा इतिहास रच दिया है, जिसकी यादें खेलप्रेमियों के जेहन में चिरस्थायी बनी रहेंगी। भारतीय रणबांकुरों ने पांच स्वर्ण, आठ रजत व छह कांस्य पदकों के साथ पदक तालिका में 24वां स्थान हासिल किया, जो पैरालिंपिक खेलों के एकल संस्करण में उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
🇮🇳 at Tokyo #Paralympics
✅ Highest Haul of 1️⃣9️⃣🏅
✅ Ranked 2️⃣4️⃣th Highest overall ranking
✅ 1️⃣ New 🌏 Record Set & 1️⃣ equalled
✅ 2️⃣ New Paralympics Records Set
✅ 2️⃣ New Asian Records Set
✅ 1st ever 2️⃣🥇in Shooting
✅ 1st ever🥈in Table Tennis
✅ 1st ever🥉in Archery1/3 pic.twitter.com/fhQT3zCT7U
— SAI Media (@Media_SAI) September 5, 2021
बहुस्पर्धी वैश्विक खेलों में भी भारत ने तोड़े सारे कीर्तिमान
देखा जाए तो बहुस्पर्धी वैश्विक खेलों में भी भारत का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इसके पूर्व 2018 में ग्रीष्मकालीन युवा ओलंपिक में भारतीय एथलीटों ने 13 पदक जीते थे। दिलचस्प तो यह रहा कि पिछले माह टोक्यो में ही संपन्न 32वें ओलंपिक खेलों में भी भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सात पदक (1-2-4) जीते थे।
रियो में जितने खिलाड़ी गए थे, इस बार उतने पदक आए
एक दिलचस्प आंकड़ा यह भी रहा कि 2016 के रिओ पैरालंपिक में भारत की ओर से महज 19 खिलाड़ियों ने शिरकत की थी, जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण सहित चार पदक जीते थे, और इस बार खाते में 19 पदक आ गए। बात यहीं तक सीमित नहीं है वरन, 1968 मेक्सिको से 2016 रियो पैरालंपिक तक भारत को कुल 12 पदक ही मिले थे। कुल पदकों की वह संख्या भी एक ही झटके में पीछे छूट गई।
भारत ने टोक्यो में 54 खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल उतारा था
वस्तुतः भारत ने इस बार पैरालिंपिक में 54 खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल उतारा था उनसे बहुत उम्मीद की जा रही थी। हां, तो एक मजबूत इकाई के रूप में ये पैरा एथलीट टोक्यो में अपेक्षाओँ पर खरे भी उतरे।
भाविनाबेन पटेल ने शुरू की थी पदक बटोरो अभियान की शुरुआत
भारत के पदक बटोरो अभियान की शुरुआत क्लास 4 टेबल टेनिस के साथ हुई थी, जिसमें भाविनाबेन पटेल पैरालिंपिक में टेबल टेनिस पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। यह अभियान रविवार को दो बैडमिंटन खिलाड़ियों के पदक जीतने के साथ समाप्त हुआ, जब कृष्णा नागर ने पुरुष एकल SH6 श्रेणी में स्वर्ण जीता और एक आईएएस अधिकारी सुहास एल. यथिराज ने SL4 श्रेणी में रजत हासिल किया।
स्वर्ण सहित 2 पदक जीतने वाली अवनि लेखरा समापन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक
गौर करने वाली बात यह भी रही कि कुछ खिलाड़ियों ने एक से ज्यादा पदक जीते। इनमें महिला शूटर अवनि लेखरा ने निशानेबाजी में स्वर्ण पदक और कांस्य पदक जीता जबकि सिंहराज अधाना ने निशानेबाजी में ही रजत और कांस्य पदक जीता। इनमें अवनि पैरालिंपिक या ओलंपिक इतिहास में पहली महिला स्वर्ण पदक विजेता बनने के बाद टोक्यो पैरालिंपिक समापन समारोह में भारत की ध्वजवाहक होंगी।
टोक्यो पैरालिंपिक में भारत के पदक विजेताओं की पूरी सूची
स्वर्ण पदक
अवनि लेखरा – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1.
प्रमोद भगत – पुरुष एकल SL3 बैडमिंटन,
कृष्णा नगर – पुरुष एकल SH6 बैडमिंटन.
सुमित अंतिल – पुरुषों की भाला फेंक F64.
मनीष नरवाल – मिश्रित 50 मीटर पिस्टल SH1.
रजत पदक
भाविनाबेन पटेल – महिला एकल क्लास 4 टेबल टेनिस.
सिंहराज अधाना – मिश्रित 50 मीटर पिस्टल SH1.
योगेश कथूनिया – पुरुषों की भाला प्रक्षेप F56.
निषाद कुमार – पुरुषों की ऊंची कूद T47.
मरियप्पन थंगवेलु – पुरुषों की ऊंची कूद T63.
प्रवीण कुमार – पुरुषों की ऊंची कूद T64
देवेंद्र झाझरिया – पुरुषों की भाला F46.
सुहास एल. यथिराज – पुरुष एकल बैडमिंटन SL4.
कांस्य पदक
अवनि लेखरा – महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH1.
हरविंदर सिंह – पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व तीरंदाजी.
शरद कुमार – पुरुषों की ऊंची कूद T63.
सुंदर सिंह गुर्जर – पुरुषों की भाला फेंक F46.
मनोज सरकार – पुरुष एकल बैडमिंटन SL3.
सिंहराज अधाना – पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1.
खेलों के लिहाज से भारत को मिले पदक
एथलेटिक्स – 8 (1-5-2).
निशानेबाजी – 5 (2-1-2).
बैडमिंटन – 4 (2-1-1).
टेबल टेनिस – 1 (0-1-0).
तीरंदाजी – 1 (0-0-1).