भारत व नेपाल के बीच 400 KV बिजली परियोजनाओं को लेकर हुआ समझौता
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर। भारत और नेपाल के बीच बुधवार को 400 किलोवाट (KV) की क्षमता वाली बिजली परियोजनाओं को लेकर समझौता हुआ। नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री कुलमान घिसिंग ने यहां भारत के केंद्रीय विद्युत एवं आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से भारत-नेपाल के बीच सीमापार बिजली व्यापार, क्षेत्रीय ग्रिड संपर्क और जलविद्युत परियोजनाओं के विकास पर विस्तृत चर्चा की। इसी दौरान दोनों देशों के बीच दो प्रमुख बिजली प्रसारण परियोजनाओं को लेकर समझौते भी किए गए।
Held a productive bilateral meeting with H.E. Kulman Ghising, Minister for Energy, Water Resources, and Irrigation of Nepal, in New Delhi today to strengthen our energy partnership.
We reviewed the progress of hydropower projects and discussed regional grid connectivity to… pic.twitter.com/S06LVggTEB
— Manohar Lal (@mlkhattar) October 29, 2025
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के अनुसार भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कम्पनी पावरग्रिड निगम लिमिटेड (पावरग्रिड) और नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) के बीच संयुक्त उपक्रम और अंशधारक समझौते (जेवी एंड एसएचए) पर हस्ताक्षर किए गए। इन समझौतों के तहत भारत और नेपाल में दो संयुक्त उद्यम कम्पनियां स्थापित की जाएंगी, जो इनरुवा (नेपाल)–न्यू पूर्णिया (भारत) तथा लमकी (दोधारा) (नेपाल)–बरेली (भारत) के बीच 400 केवी की उच्च क्षमता वाली सीमापार बिजली परियोजनाओं का निर्माण करेंगी।
भारत और नेपाल के बीच बिजली क्षमता में होगी वृद्धि
इन दोनों सीमापार बिजली प्रसारण लिंक परियोजनाओं के पूर्ण होने पर भारत और नेपाल के बीच बिजली क्षमता में वृद्धि होगी। इससे क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा को बल मिलेगा, दोनों देशों के बिजली ग्रिड की मजबूती और लचीलापन बढ़ेगा तथा आर्थिक विकास को नई गति प्राप्त होगी। बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने ऊर्जा क्षेत्र में चल रहे सहयोग की प्रगति की समीक्षा की और भविष्य की दिशा पर विचार-विमर्श किया।
