यूपी में अब आसानी से बनवा सकेंगे आय, जाति व निवास प्रमाणपत्र, सीएम योगी ने दिए ये निर्देश
लखनऊ, 18 मई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि अन्नपूर्णा मॉडल दुकानों का निर्माण ग्राम सचिवालय के नजदीक ग्राम सभा की जमीन पर किया जाए, जिससे आमजन को दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं व अन्य सेवाएं एकीकृत रूप में सुगमतापूर्वक उपलब्ध हो सकें। साथ ही अन्नपूर्णा उचित दर की दुकान एवं जनसुविधा केंद्र में आय, जाति, जन्म, निवास प्रमाण पत्र, आधार, पेंशन व अन्य सेवाओं की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।
सीएम योगी के सरकारी आवास पर खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा राशन की दुकानों के अपग्रेडेशन (अन्नपूर्णा उचित दर की दुकान एवं जनसुविधा केंद्र) के संबंध में प्रस्तुतिकरण किया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि मॉडल दुकानों में राशन कार्ड धारकों को निर्धारित तिथियों में खाद्यान्न का वितरण किया जाए। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक कांटे एवं ई-पॉस मशीन का उपयोग किया जाए।
अन्नपूर्णा उचित दर की दुकानों व जनसुविधा केंद्रों का समरूपता से होंगा संचालन
उन्होंने कहा कि यहां पर जनरल स्टोर के माध्यम से जनसामान्य को रोजमर्रा की आवश्यकता के सामान उपलब्ध कराए जाएं। अधिकारी नियमित रूप से सप्ताह में एक दिन ग्राम पंचायतों का दौरा कर इन सुविधाओं का जायजा लें।
अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में अन्नपूर्णा उचित दर की दुकानें एवं जनसुविधा केंद्र एकीकृत व समरूपता से संचालित किए जाएंगे। इनमें जनसुविधा केंद्र, जनरल स्टोर, विभिन्न प्रकार के बिल जमा किए जाने की व्यवस्था, 5 किलो एलपीजी सिलेण्डर, पीएम वाणी वाईफाई, अग्निशमन यंत्र, ई-स्टॉम्प विक्रय, माइक्रो एटीएम सुविधाओं की भी व्यवस्था की जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बरेली मण्डल में 52 अन्नपूर्णा उचित दर की दुकानें निर्माणाधीन हैं।
बरेली में अयोध्या की तर्ज पर विकसित करें नाथ कॉरिडोर
इस अवसर पर बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा नाथ कॉरिडोर के संबंध में भी प्रस्तुतिकरण किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम तथा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या की तर्ज पर बरेली में नाथ कॉरिडोर को विकसित किया जाए। इस कॉरिडोर के चारों ओर दिए गए पथ को 6 लेन में विकसित किया जाए। साथ ही, पैदल चलने हेतु फुटपाथ की व्यवस्था की जाए।
सीएम योगी ने निर्देश दिया कि सर्किट के चारों ओर आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक बसों या ई-रिक्शा की सुविधा दी जाए। इस सर्किट के तहत स्थित भगवान शिव के मन्दिरों का पुनरुद्धार किया जाए। श्रद्धालुओं के लिए इस सर्किट में बुनियादी सुविधाओं का प्रबन्ध किया जाए। सर्किट में सम्मिलित चौराहों का सुंदरीकरण भगवान शिव से संबंधित विषय-वस्तु पर किया जाए।