गाजीपुर में भीषण हादसा : हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बस में लगी आग, 6 लोगों की मौत
गाजीपुर, 11 मार्च। गाजीपुर के मरदह क्षेत्र के महाहरधाम मंदिर के पास सोमवार को अपराह्न भैरो मंदिर पर शादी के लिए आ रहे वधू पक्ष के लोगों की बस में हाईटेंशन तार छू जाने से आग लग गई और बस धू-धूकर जल उठी। हादसे में छह लोगों के मरने की सूचना है जबकि अन्य कई लोग घायल हो गए। घायलों की हालत देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आंशका जताई गई है।
मऊ के रानीपुर क्षेत्र की खीरियां खाजा निवासी की बेटी की शादी जनपद के मुहम्मदाबाद के महमूदपुर गांव में तय थी। शादी महाहरधाम के समीप भैरो मंदिर पर होनी थी। लड़की पक्ष के लोग मऊ से भैरो मंदिर पर आ रहे थे। महाहरधाम मंदिर के समीप बैरियर पर बस रोक दी गई। दुल्हन बस से उतरकर पैदल ही मंदिर पर चली गई।
गाजीपुर में मरदह क्षेत्र में दिल दहलाने वाला हादसा! क्षेत्र के महाहरधाम के पास बारात ले जा रही मिनी बस 11 हजार वोल्ट के हाई टेंशन तार की चपेट में आ गई और उसमें आग लग गई… पूरा बस जलकर खाक हो गया। बस में 38 लोगों के होने की सूचना है।#ghazipur #Accident #Ghazipuraccident pic.twitter.com/lOvxQWRl15
— Riya Pandey (@pandeyriya0607) March 11, 2024
इसके बाद बस चालक बस को नहर पटरी के रास्ते से घुमाकर मंदिर पर ले जाने लगा। इस बीच रास्ते में लटक रहे 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन तार बस से छू गया। इसके बाद तो बस धू-धूकर जलने लगी। बस में सवार लोगों में से छह की मौत की आधिकारिक तौर पर पुष्टि हुई है। वहीं दस घायल लोगों को अस्पताल भेज दिया गया है। बिजली आपूर्ति बंद कराने तक बस पूरी तरह से जल चुकी थी। उसमें सवार लोगों की पहचान नहीं हो पा रही है। स्वजन को बुलाया गया है।
डीएम आर्यका अखौरी व एसपी ओमवीर सिंह पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। भीड़ ने पथराव शुरू किया। इसमें भाजपा नेता आशुतोष चौबे सहित कई लोगों को चोटें आई हैं। आग की घटना इतनी भयावह थी कि लोग बुझाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे।
सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख देने का एलान किया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बस हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का एलान किया। साथ ही निःशुल्क उपचार कराये जाने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। सीएम योगी ने कहा है कि अधिकारी मौके पर पहुंच कर घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था करें। राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई जाए।