नई दिल्ली, 15 जुलाई। पिछले लगभग एक सप्ताह से उफनाई यमुना का प्रकोप झेल रही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर जोरदार बारिश का दौर शुरू हो गया है। शनिवार की शाम बादल तीन घंटे से ज्यादा समय तक बरसे। इससे दिल्ली के बाशिंदों की चिंता फिर बढ़ा गई है।
अगले छह दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश के आसार
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पहले ही मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी कर रखा है। रविवार को भी दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब और हरियाणा समेत दिल्ली एनसीआर के विभिन्न इलाकों में अगले छह दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। फिलहाल दिल्ली में तेज बारिश की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार शाम तक दिल्ली में उसम के चलते काफी गर्मी महसूस हुई। लेकिन शाम के समय मौसम पूरी तरह से बदल गया। सबसे पहले आसमान में बादलों के घिरने से शाम को ही अंधेरा हो गया। इसके बाद दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बारिश हुई। एक घंटे से ज्यादा समय तक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बारिश होती रही। इसके चलते दिल्लीवासियों को उमस भरी गर्मी से काफी राहत मिली।
हरियाणा और इसके समीपवर्ती इलाकों पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना
हालांकि मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा और इसके समीपवर्ती इलाकों पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन गया है। इससे एकबार फिर बारिश का दौर शुरू हो सकता है। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में अगले दो दिनों तक छिटपुट जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। लेकिन 18 जुलाई से इन सभी क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी। दिल्ली एनसीआर और हरियाणा, पंजाब के इलाकों में अगले 4 से 5 दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। इन प्रदेशों के कुछ इलाकों एक-दो बार भारी बारिश भी संभव है।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य है। मौसम विभाग का मानना है कि अगले छह दिनों तक दिल्ली का तापमान 32 से 34 डिग्री के आसपास बना रहेगा। बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी के चलते गर्मी से राहत मिलती रहेगी।
यमुना का जल स्तर अब भी खतरे के निशान से लगभग दो मीटर ऊपर
मंडलायुक्त अश्विनी कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर घट रहा है। लेकिन अब भी यह खतरे के निशान 205.33 मीटर से दो मीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में हालात सुधार रहे हैं। शहर में या ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में अभी भारी बारिश के आसार नहीं हैं।
ओखला जलशोधन संयंत्र 50 फीसदी की क्षमता के साथ काम कर रहा
उन्होंने बताया कि ओखला जलशोधन संयंत्र अभी 50 फीसदी की क्षमता के साथ काम कर रहा है, लेकिन जल्द ही यह पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर देगा। उम्मीद है कि वजीराबाद और चंद्रावल जलशोधन संयंत्र भी रविवार तक काम करना शुरू कर देंगे। यदि भारी बारिश नहीं होती है तो जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे।