सुपरस्टार कल्चर से आगे नहीं बढ़ पा रहे…’, भारतीय टीम से नाखुश हरभजन ने की यह मांग
नई दिल्ली, 6जनवरी । भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने बीसीसीआई से टीम में ‘सुपरस्टार कल्चर’ खत्म करने और खिलाड़ियों का चयन साख पर नहीं बल्कि पूरी तरह से प्रदर्शन के आधार पर करने का अनुरोध किया है। एक दशक में पहली बार भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद हरभजन ने यह बयान दिया है।
‘टीम में सुपरस्टार कल्चर बन गया है’
उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘टीम में सुपरस्टार कल्चर बन गया है। हमें सुपरस्टार नहीं चाहिए। अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी चाहिए। टीम में अच्छे परफॉर्मर होंगे तो ही टीम आगे बढ़ेगी। जो भी सुपरस्टार बनना चाहता है, वह घर में रहकर वहीं क्रिकेट खेले। अभी इंग्लैंड का दौरा (जून में) आने वाला है। अब हर कोई बात करने वाला है कि उसमें क्या होगा, कौन टीम में रहेगा और कौन नहीं। मेरा मानना है कि यह सीधा मसला है। अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ही टीम में रहने चाहिए। आप साख के आधार पर टीम नहीं चुन सकते।’
हरभजन ने कहा, ‘अगर आप ऐसा करना चाहते हैं तो कपिल देव सर और अनिल भाई (कुंबले) को भी ले जाइए। यहां बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को सख्त होना होगा। सुपरस्टार तेवरों से टीम आगे नहीं जा सकती।’ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली खराब फॉर्म में थे। भारत ने हार के साथ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल खेलने का मौका भी गंवा दिया।
‘टीम प्रदर्शन के आधार पर चुनी जाए’
कोहली ने नौ पारियों में 190 रन बनाए और नौ में से आठ पारियों में विकेट के पीछे कैच देकर आउट हुए। हरभजन ने कहा कि खराब फॉर्म से जूझ रहे क्रिकेटरों को किसी भी प्रारूप में खेलकर इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए अपनी उपयोगिता साबित करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘टीम प्रदर्शन के आधार पर चुनी जाए। चाहे विराट कोहली हो, रोहित या कोई और। कोई खिलाड़ी टीम से बड़ा नहीं है, भले ही उसे लगता हो कि वह बड़ा सुपरस्टार है। भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना है तो कठिन सवाल पूछने होंगे।’
हरभजन का कोहली पर निशाना
उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कह रहा कि उन्हें बाहर कर दो, लेकिन खराब फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों को तभी चुना जाए जब उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले कुछ क्रिकेट खेली हो। विराट कोहली ने 2024 से 11 टेस्ट में 440 रन बनाए और औसत 23.15 का रहा। वह बहुत बड़ा नाम हैं, इसलिए यह आंकड़ें अजीब लग रहे हैं। मैं भी हैरान रह गया। अगर आप एक युवा को मौका देंगे तो इतने रन तो वह भी बना लेगा।’
तो सीरीज 4-0 या 5-0 से हार जाते’
उन्होंने यह भी कहा कि अगर जसप्रीत बुमराह नहीं होते तो भारत 5-0 से या 4-0 से हार जाता। उन्होंने कहा, ‘बुमराह से काफी मेहनत करवाई गई है। ट्रेविस हेड आया तो बुमराह को गेंद दो, लाबुशेन आया तो बुमराह को गेंद दो, स्टीव स्मिथ आया तो बुमराह को गेंद दो। आखिर वह कितने ओवर फेंकेंगे। उनकी कमर टूट गई है। टीम प्रबंधन को तय करना होगा कि आखिर वह कितने ओवर डालेंगे।’