60वें बच्चे के पिता बने पाकिस्तान के हाजी मोहम्मद, अब चौथी शादी की तैयारी, आगे का प्लान भी बताया
क्वेटा, 4 जनवरी। .यदि आपने किसी शख्स के 11 बच्चे होने पर ‘क्रिकेट टीम’ वाला मजाक किया हो तो पाकिस्तान के हाजी जान मोहम्मद की कहानी आपको और भी हैरान करेगी। जान मोहम्मद पाकिस्तान के बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में रहते हैं। नए साल पर उनके घर में एक बच्चे का जन्म हुआ है। यह उनका 60वां बच्चा है। जान के मुताबिक उनके 5 बच्चों की मौत हो चुकी है। उनके 55 बच्चे अब भी जीवित हैं। 60 बच्चे सुन कर अगर आपने अपना माथा पकड़ लिया होगा तो जान मोहम्मद के आगे के प्लान को सुन कर आप चौंकने को तैयार हो जाइए।
जान मोहम्मद अपने घर में एक और बच्चे के आने से बेहद खुश हैं। उनके घर में लड़का पैदा हुआ है। उन्होंने नवजात बच्चे का नाम हाजी खुशहाल खान रखा है। जान मोहम्मद का कहना है कि उनके 60वें बच्चे की मां जब प्रेगनेंट थीं तब वह उन्हें उमरा पर ले गए थे, इसी कारण उन्होंने बच्चे को हाजी नाम दिया है। जान मोहम्मद की तीन पत्नियां हैं। तीनों पत्नियां और सभी बच्चे एक ही घर में रहते हैं। जान मोहम्मद पेशे से एक कंपाउंडर हैं और अपना खुद का क्लीनिक चलाते हैं। जान मोहम्मद की इच्छा है कि वह चौथी शादी करें। वह कहते हैं कि चौथी शादी के लिए वह लड़की की तलाश कर रहे हैं।
चौथी शादी का प्लान
जान मोहम्मद की तीन पत्नियां हैं। 60 बच्चे होने के बाद भी जान रुकने वाले नहीं हैं। उनका कहना है कि उनका और बच्चे पैदा करने का प्लान है। उनकी पत्नियां भी ऐसा ही चाहती हैं। इसके साथ ही वो चौथी शादी भी करना चाहते हैं। चौथी शादी के लिए वो लड़की की तलाश में हैं।
क्या है 60वें बच्चे का नाम?
50 वर्षीय जान मोहम्मद डॉक्टर हैं और खुद का क्लीनिक चलाते हैं। हाजी ने अपने 60वीं संतान का नाम खुशहाल जान रखा है। हाजी ने खुशहाल जान नाम के पीछे वजह बताई है। हाजी का कहना है कि खुशहाल के पैदा होने से पहले उसकी मां को उमरा पर ले गया था, इसलिए बच्चे का नाम हाजी खुशहाल रखा है।
आर्थिक तंगी से परेशान जान मोहम्मद
पाकिस्तान इन दिनों भुखमरी की कगार पर है, फिर भी जान ने बच्चों की लाइन लगा दी है। 60 बच्चों की वजह से उनकी आर्थिक हालत बिगड़ती जा रही है। जान क्लीनिक से ही अपना घर चलाते हैं, लेकिन पाकिस्तान में बीते कुछ सालों में महंगाई बेतहाशा बढ़ी है। लिहाजा, उन्हें घर चलाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। जान का कहना है कि वो बच्चों का खर्चा पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।