ज्ञानवापी मामला: हिंदू अमेरिकी समूह ने व्यास जी के तहखाने में पूजा की अनुमति दिए जाने का किया स्वागत
वाशिंगटन, दो फरवरी।अमेरिका में एक प्रमुख हिंदू अमेरिकी समूह ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में हिंदू भक्तों को पूजा-अर्चना की अनुमति दिए जाने के वाराणसी जिला अदालत के फैसले का बृहस्पतिवार को स्वागत किया। विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका (वीएचपीए) और लगभग छह अन्य हिंदू अमेरिकी समूहों ने एक बयान जारी कर इसे ‘‘ऐतिहासिक फैसला’’ करार दिया।
मीडिया के लिए जारी विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘वीएचपीए माननीय न्यायालय द्वारा सोच-विचार कर लिए गए इस न्यायसंगत निर्णय की बहुत सराहना करता है। यह ऐतिहासिक फैसला उन अधिकारों को बहाल करता है जो नवंबर 1993 में हिंदुओं से गैरकानूनी तरीके से छीन लिए गए थे।’’
इसमें कहा गया, ‘‘वीएचपीए इस बात पर जोर देता है कि यह मामला किसी अल्पसंख्यक समूह के खिलाफ संघर्ष का नहीं, बल्कि मूल रूप से संपत्ति के अधिकारों से जुड़ा है। हिंदू पक्ष द्वारा प्रस्तुत अकाट्य साक्ष्यों पर आधारित यह निर्णय न्याय के सिद्धांतों के बिल्कुल अनुरूप है।’’
वीएचपीए ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा किए गए व्यापक पुरातात्विक सर्वेक्षणों से ऐसे निर्विवाद सबूत मिले हैं, जो दर्शाते हैं कि ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर को गिराने के बाद किया गया था। इस बीच, भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद (आईएएमसी) ने वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में हिंदू भक्तों को पूजा करने की अनुमति देने वाले अदालत के आदेश की कड़ी निंदा की।
आईएएमसी के कार्यकारी निदेशक रशीद अहमद ने कहा, ‘‘हम हमारे इतिहास एवं विरासत को मिटाने और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए धार्मिक विमर्शों में हेरफेर करने के हर प्रयास के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं। अदालत का यह फैसला अन्याय का प्रतिनिधित्व करता है और भारत के 20 करोड़ मुसलमानों के अधिकारों पर एक और हमला है।’’
उत्तर प्रदेश के वाराणसी की जिला अदालत ने बुधवार को ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाने में हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने का आदेश दिया जिसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने बृहस्पतिवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की।
मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी के जिला अदालत में भी अर्जी देकर हिंदू पक्ष को उक्त स्थान पर पूजा करने से रोकने का अनुरोध किया है। अदालत द्वारा हिंदुओं को ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यास जी के तहखाने में पूजा का अधिकार दिये जाने के चंद घंटे बाद बुधवार देर रात तहखाने को खोलकर उसकी साफ सफाई की गई और फिर वहां पूजा की गई।
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आप और भाजपा के प्रदर्शन को लेकर दिल्ली में सुरक्षा कड़ी, अतिरिक्त पुलिसबल तैनात
नई दिल्ली, दो फरवरी। आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदर्शन के मद्देनजर मध्य दिल्ली में शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है और अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
आप चंडीगढ़ में हुए महापौर पद के चुनाव में कथित धोखाधड़ी को लेकर भाजपा मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करेगी, वहीं भाजपा ने कहा है कि उसके सदस्य अरविंद केजरीवाल सरकार के ‘भ्रष्टाचार’ के खिलाफ आप मुख्यालय के पास विरोध प्रदर्शन करेंगे। दोनों पार्टियों का मुख्यालय पंडित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर है और इनके बीच की दूरी 800 मीटर से भी कम है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उचित इंतजाम किए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदर्शन को देखते हुए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया है। किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’’ पुलिस ने कहा कि दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर यातायात प्रभावित होगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल तथा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पार्टी के प्रदर्शन में शामिल होंगे।
मंगलवार को भाजपा ने चंडीगढ़ महापौर चुनाव में जीत हासिल की और इस जीत से विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के घटक आप और कांग्रेस को झटका लगा है। भाजपा की दिल्ली इकाई ने कहा कि उसके अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी अन्य लोगों के साथ केजरीवाल सरकार के ‘भ्रष्टाचार’ के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।