मेघालय में सरकार बनाने की कवायद शुरू, कोनराड संगमा ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर की बात
नई दिल्ली, 2 मार्च। मेघालय विधानसभा में किसी भी राजनीतिक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 25 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है वहीं भाजपा को दो सीटों पर जीत मिली है। हालांकि भाजपा ने राज्य में गठबंधन सरकार बनाने का तैयारियां तेज कर दी हैं।
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर कहा है कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और नई सरकार के गठन के लिए भाजपा से सहयोग मांगा है। सरमा ने ट्वीट में यह भी बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मेघालय में अगली सरकार बनाने में नेशनल पीपुल्स पार्टी का समर्थन करने के लिए भाजपा, मेघालय की राज्य इकाई को सलाह दी है।
Sri @SangmaConrad , Chief Minister of Meghalaya, called @AmitShah ji, Hon'ble Home Minister, and sought his support and blessings in forming the new Government.
.— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 2, 2023
हालांकि पहले से ही माना जा रहा था कि पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में भाजपा और एनपीपी साथ आएंगे। दरअसल, भाजपा और एनपीपी का पहले भी गठबंधन रह चुका है। मतगणना से एक दिन पहले (एक मार्च) भी हिमंत सरमा ने संगमा से मुलाकात की थी। पिछले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को दो सीटें ही मिली थीं। इस बार तृणमूल कांग्रेस व कांग्रेस को पांच-पांच सीटें मिली हैं।
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अन्य राज्यों की बात करें तो त्रिपुरा और नगालैंड में भाजपा गठबंधन ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। 2014 से पहले पूर्वोत्तर के इन राज्यों में कभी भी भाजपा की सरकार नहीं बनी थी। लेकिन नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भाजपा ने पूर्वोत्तर में भी अपनी जबर्दस्त उपस्थिति दर्ज कराई है।
त्रिपुरा में मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा की अगुआई में भाजपा ने जहां 60 में 32 सीटें जीतकर फिर बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं त्रिपुरा में वापसी की राह देख रहा CPI(M)-कांग्रेस गठबंधन बुरी तरह चुनाव हार गया। त्रिपुरा में लेफ्ट की अगुआई वाले गठबंधन को सिर्फ 14 सीटें नसीब हुईं। दूसरी तरफ नगालैंड में सत्तारूढ़ एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन ने 60 में सा 37 सीटें जीतकर जहां वापसी की है। कुल मिलाकर देखें तो तीनों राज्यों के चुनाव परिणाम से भाजपा के समर्थक जहां उत्साहित हैं और देशभर में अपने कार्यालयों पर जश्न मना रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी में सन्नाटा पसरा हुआ है।