रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
हैदराबाद, 9 जून। भारतीय मीडिया, पत्रकारिता व फिल्म उद्योग जगत की ख्यातिनाम शख्सियत और रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक चेरुकुरी रामोजी राव को आज यहां पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। रामोजी फिल्म सिटी में खुद रामोजी राव द्वारा बनवाए गए स्मृति वनम में रीति रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। सबसे बड़े बेटे किरण ने पिता को मुखाग्नि दी।
देश के दूसरे सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान ‘पद्म विभूषण’ से अलंकृत 87 वर्षीय रामोजी राव की अंतिम यात्रा में पूर्व उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमन्ना, तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख व आंध्र प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के मंत्री तुम्मलानगेश्वर राव, बीआरएस और तेलुगु देशम पार्टी के कई नेताओं सहित कई पूर्व मंत्री भी शामिल हुए।
चंद्रबाबू ने रामोजी राव के पार्थिव शरीर को दिया कंधा
तेलुगु देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने भी रामोजी राव के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। स्मृति वनम में अंतिम विदाई के दौरान परिवार के सदस्यों और सभी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वरिष्ठ अभिनेता मुरली मोहन समेत कई फिल्मी हस्तियां भी इस दौरान मौजूद रहीं।
ईनाडु और ईटीवी को आम आदमी की आवाज बनाने वाले रामोजी ग्रुप ऑफ कम्पनीज के चेयरमैन रामोजी राव का पार्थिव शरीर शनिवार को पूरे दिन जनता के दर्शन के लिए रामोजी फिल्म सिटी स्थित कॉरपोरेट ऑफिस में रखा गया था। रविवार सुबह उनका पार्थिव शरीर उनके आवास ले जाया गया। आवास पर परिवार के सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। फिर तेलंगाना सरकार की ओर से पुलिस ने सलामी दी। इसके बाद रामोजी राव के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे वैकुंठ रथ पर स्मृति वनम ले जाया गया, जहां परिवार के सदस्यों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
रामोजी राव की अंतिम यात्रा रामोजी ग्रुप के दफ्तरों – ईटीवी भारत, ईटीवी, ईनाडु के सामने से होकर गुजरी। इस दौरान कर्मचारियों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। रामोजी राव के घर से फिल्म सिटी परिसर में स्थित स्मृति वनम तक अंतिम यात्रा करीब चार किलोमीटर लंबी थी। (साभार – ईटीवी भारत)