दक्षिण अफ्रीका के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अंपायर रूडी कर्टजन का कार दुर्घटना में निधन
जोहानेसबर्ग, 9 अगस्त। आईसीसी अंतरराष्ट्रीय पैनल के पूर्व अंपायर दक्षिण अफ्रीकी रूडी कर्टजन का मंगलवार को रिवरडेल शहर में एक कार दुर्घटना में निधन हो गया। हादसे में 73 वर्षीय कर्टजन के अलावा दो अन्य लोगों की मौत हुई। एक स्थानीय वेबसाइट ‘एलगोवा एफएम न्यूज’ ने यह जानकारी दी।
रिवरडेल के पास वाहनों की आमने-सामने की टक्कर में हुई मौत
वर्ष 1990 के दशक से 2010 तक क्रिकेट दुनिया के सबसे सम्मानित अंपायरों में से एक माने जाने वाले कर्टजन के शोक संतप्त परिवार को पत्नी और चार बच्चे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह रिवरडेल के पास वाहनों की आमने-सामने की टक्कर में कर्टजन और दो अन्य लोगों की मौत हो गई।
क्रिकेट जगत में शोक की लहर
रूडी कर्टजन की असामयिक मौत की खबर से क्रिकेट जगत में शोक की लहर है। रूडी के सम्मान में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम अब अगले इंटरनेशनल मैच में काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरेगी।
Cricket South Africa has learnt with shock and sadness of the passing former Umpire Rudi Koertzen 💔
Famed for his slow arm raise to give out batters, Koertzen's status as a legend of the game will live on forever
Obituary 🔗 https://t.co/0j4J87uIaP
Rest in Peace Rudi 🕊️ pic.twitter.com/KMf1E99fHE
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) August 9, 2022
सप्ताहांत गोल्फ खेलने के बाद केपटाउन से घर लौट रहे थे
रूडी कर्टजन सप्ताहांत गोल्फ खेलने के बाद केपटाउन से घर ‘नेल्सन मंडेला बे’ लौट रहे थे।’ उनके बेटे जूनियर रूडी कर्टजन ने इस खबर की पुष्टि की। उन्होंने बताया, ‘वह कुछ दोस्तों के साथ गोल्फ प्रतियोगिता में भाग लेने गए थे। उन्हें सोमवार को लौटना था, लेकिन उन्होंने फिर एक और दौर का मैच खेलने का फैसला किया।’
सहवाग ने रूडी को याद किया – ‘सज्जन और बहुत ही शानदार इंसान‘
इस बीच भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने रूडी के निधन पर भावनात्मक ट्वीट किया है। सहवाग ने लिखा, ‘रूडी कर्टजन की फैमिली के प्रति संवेदना। उनके साथ बहुत अच्छे संबंध थे। जब भी मैं तेजतर्रार शॉट खेलता था तो वह मुझे यह कहते हुए डांटते थे कि समझदारी से खेलो, मैं तुम्हारी बल्लेबाजी देखना चाहता हूं।’
And enquired about it from me. I gifted him and he was so grateful . A gentleman and a very wonderful person. Will miss you Rudi. Om Shanti pic.twitter.com/gdSHGOoYg8
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 9, 2022
सहवाग ने कहा, ‘एक बार वह अपने बेटे के लिए एक विशेष ब्रांड का क्रिकेट पैड खरीदना चाहते थे। उन्होंने मुझसे इसके बारे में पूछा। मैंने उन्हें गिफ्ट में पैड दिया, जिसे लेकर वह बहुत खुश थे। एक सज्जन और बहुत ही शानदार इंसान। रूडी आपकी याद आएगी।’
युवराज बोले – अपनी तेज निर्णय लेने की क्षमता के लिए जाने जाते थे रूडी
भारत के एक अन्य पूर्व हरफनमौला क्रिकेटर युवराज सिंह ने भी कर्टजन के निधन पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा’ ‘रूडी कर्टजन के आकस्मिक निधन का दुखद समाचार। वह एक प्रतिभाशाली व्यक्ति थे और खेल के सबसे बेहतरीन अंपायरों में से एक थे, जो अपनी तेज निर्णय लेने की क्षमता के लिए जाने जाते थे।’
Tragic news of the sudden passing away of Rudi Koertzen. He was a gifted individual and one of the finest umpires the game has witnessed, known for his sharp decision making abilities.
My deepest condolences to his family and well wishers 🙏🏻 #RudiKoertzen pic.twitter.com/9mV1V09F7a
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) August 9, 2022
331 अंतरराष्ट्रीय मैचों में की थी अंपायरिंग
रूडी कर्टजन ने 331 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की। इस दौरान वह टेस्ट क्रिकेट में 108 और वनडे इंटरनेशनल में 209 मौकों पर मैदान पर अंपायरिंग के लिए उतरे। इसके अलावा उन्होंने 14 टी20 इंटरनेशनल में भी अंपायरिंग की। उन्होंने एक महिला टी20 मुकबाले में भी अंपायरिंग का जिम्मा संभाला था।
आईसीसी एलीट पैनल के 8 वर्षों तक हिस्सा रहे
दरअसल, कर्टजन 2002 में आईसीसी एलीट पैनल के अंपायर बने थे और आठ वर्षों तक इसका हिस्सा रहे। कुल मिलाकर उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 397 मैचों में मैदानी और तीसरे अंपायर की भूमिका निभाई। उन्होंने 128 टेस्ट, रिकॉर्ड 250 एकदिवसीय और 19 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में बतौर मैदानी या तीसरे अंपायर की भूमिका निभाई।
अंपायरिंग के दौरान विवादों में भी घिरे
कर्टजन हालांकि अपने अंतरराष्ट्रीय अंपायरिंग करिअर के दौरान दौरान विवादों में भी घिरे। उन्होंने नियमों की गलत व्याख्या कर ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच 2007 में खेले गए क्रिकेट विश्व कप फाइनल मैच को कम रोशनी में भी जारी रखा था। आईसीसी ने इसके बाद उन्हें टी20 विश्व कप के पहले सत्र में अंपायरिंग पैनल में नहीं रखा था। यह विश्व कप उनके देश में ही खेला गया था।