पूर्व मंत्री और भाजपा नेता रामवीर उपाध्याय का निधन, हाथरस से पांच बार रह चुके हैं विधायक
आगरा, 3 सितम्बर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय का शुक्रवार देर रात यहां एक अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। वे 65 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को हाथरस में किया जायेगा। सूबे की मायावती सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय का इलाज रेनबो हॉस्पिटल में चल रहा था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अस्वस्थता के चलते काफी समय से वह राजनीति में सक्रिय नहीं थे।
पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने आगरा में शास्त्रीपुरम स्थित आवास पर भाजपा की सदस्यता हासिल की थी। उसके बाद से उन्हें सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया। उस समय भी अस्वस्थ होने के कारण वे भाजपा कार्यालय नहीं जा सके थे। इसलिए भाजपा ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी ने उनके आवास पर पहुंच पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। उन्हें लोगों के अभिवादन के लिए व्हील चेयर पर बैठ कर आना पड़ा था।
- 1996 में पहली बार बने विधायक
रामवीर उपाध्याय पहली बार 1996 में पहली बार विधायक बने थे। तब उन्होंने बसपा के टिकट पर हाथरस से जीत दर्ज की थी। हालांकि इससे पहले वे निदर्लीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ चुके थे। लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। बसपा सरकार में ही वे पहली बार मंत्री भी बने थे। तब उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में परिवहन विभाग की जिम्मेदारी मिली थी। हालांकि हाथरस जिले की सादाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर इस बार वे चुनाव हार गए थे।