सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा – निर्वाचन आयोग ने चुनाव में धनबल के बढ़ते इस्तेमाल को लेकर जताई चिंता
नई दिल्ली, 13 जनवरी। भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव में धनबल के बढ़ते इस्तेमाल को लेकर गंभीर चिंता जताई है। आयोग ने उच्चतम न्यायालय में दाखिल एक हलफनामे में कहा है कि उसने चुनावी खर्च की निगरानी के लिए एक मजबूत तंत्र बनाया है और आज अधिक धन जब्त किए जाने का एक कारण उसकी बढ़ी हुई सतर्कता और प्रयास है।
प्रभाकर देशपांडे द्वारा दायर एक याचिका के जवाब में दाखिल एक हलफनामे में आयोग ने यह जानकारी दी है। याचिका में राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा अत्यधिक चुनावी खर्च को रोकने और उल्लंघन करने वाले उम्मीदवारों तथा पार्टियों के खिलाफ काररवाई की व्यापक योजना बनाने की मांग की गई थी।
निर्वाचन आयोग के हलफनामे में कहा गया है, ‘निर्वाचन आयोग चुनाव में धनबल के बढ़ते उपयोग के बारे में गंभीर रूप से चिंतित है। इस खतरे को रोकने के लिए आयोग ने 2010 के बिहार विधानसभा चुनावों के बाद से चुनावी व्यय निगरानी तंत्र को प्रभावी ढंग से और क्रमिक रूप से लागू किया है।’
निर्वाचन आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि नियमित रूप से केंद्रीय और राज्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों की सेवाएं ली गई हैं और उनकी टीम को चुनावी खर्च की निगरानी के लिए चुनाव वाले राज्यों में तैनात किया गया है।