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दिल्ली शराब घोटला : ईडी ने आंध्र प्रदेश-तेलंगाना से दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया

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नई दिल्ली, 10 नवम्बर। दिल्ली के कथित आबकारी घोटाला मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक शख्स फार्मा कम्पनी का मालिक बताया जा रहा है। गिरफ्तार किए गए लोगों पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।

दिल्ली के आबकारी घोटाला मामले में अब तक पांच गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इनमें तीन आरोपितों को ईडी ने गिरफ्तार किया है और दो की गिरफ्तारी सीबीआई ने की है। ईडी ने मामले में विनय बाबू नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है।

इन लोगों की हुई गिरफ्तारियां

दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी और सीबीआई ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें विनय बाबू, समीर महेन्द्रू, अभिषेक बोइंनपिल्लई, विजय नायर और शरथ रेड्डी शामिल हैं। मामले के एक आरोपी दिनेश अरोड़ा ने अदालत में अर्जी दाखिल करके सरकारी गवाह बनने की अपील की है। उनकी अर्जी पर कोर्ट 14 नवंबर को सुनवाई करेगा। उसी दिन अरोड़ा का बयान दर्ज किया जाएगा। इसके बाद तय किया जाएगा कि अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाया जा सकता है या नहीं।

अरोड़ा के गवाह बनने से बढ़ेगी सिसोदिया की मुश्किल!

दिनेश अरोड़ा को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी माना जाता है। माना जा रहा है कि उनके सरकारी गवाह बनने से सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हाल में अरोड़ा को दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी थी, जिस पर सीबीआई ने आपत्ति नहीं जताई थी। अरोड़ा ने अदालत में कहा था कि वह अपनी मर्जी से सरकारी गवाह बनना चाहते हैं। वहीं, जांच एजेंसी के मुताबिक, अरोड़ा ने कई अहम जानकारियां उपलब्ध कराई हैं।

अब तक जांच एजेंसी की काररवाई

दिल्ली शराब घोटाले मामले में सीबीआई ने 17 अगस्त को केस दर्ज किया था। एफआईआर में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्णा, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर को आरोपी बनाया गया था। मनीष सिसोदिया समेत आठ लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था।

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री के आवास पर जांच एजेंसी छापे भी मार चुकी है। 17 अक्टूबर को सिसोदिया को दिल्ली के सीबीआई मुख्यालय बुलाकर करीब नौ घंटे की पूछताछ की गई थी। इससे पहले ईडी और सीबीआई ने 14 अक्टूबर को मामले को लेकर छापेमारी की थी। राजधानी दिल्ली में 25 ठिकानों पर छापे मारे गए थे। इससे पहले 7 अक्टूबर को ईडी ने दिल्ली, पंजाब और तेलंगाना के 35 ठिकानों पर रेड डाली थी।