निर्णय प्रक्रिया में जनभागीदारी से म.प्र बना लोकतंत्र, सुशासन का अनूठा मॉडल : सीएम शिवराज
नई दिल्ली, 5 अप्रैल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि निर्णय प्रक्रिया में आम जनता की सक्रिय सहभागिता से ही उनका राज्य लोकतंत्र एवं सुशासन के क्षेत्र में देश के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण बन कर उभरा है। सीएम शिवराज ने सोमवार रात यहां आयोजित एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश सुशासन और विकास रिपोर्ट 2022 के जारी किये जाने के अवसर पर यह बात कही।
उन्होंने कहा कि आज से 15 वर्ष पहले मध्यप्रदेश जिन क्षेत्रों में बहुत पीछे था और बीमारू राज्य कहलाता था, उन क्षेत्रों में लगातार प्रगति के प्रयास किए गए और जन-भागीदारी से विकास का मॉडल लागू किया गया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में जनभागीदारी का मॉडल लोकतंत्र का सच्ची भावना पर आधारित है। उन्होंने सरकार के निर्णय लेने की प्रक्रिया में लोगों की राय को शामिल किया। इसके लिए पंचायतें लगायीं और हर वर्ग के लोगों की राय के आधार पर योजनाएं बना कर उन्हें लागू किया।
उन्होंने कहा कि अगर निर्णय प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी नहीं होगी तो सच्चा लोकतंत्र कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि मध्यप्रदेश पहले विकासशील राज्य बना और अब विकसित प्रदेशों की पंक्ति में खड़ा है। पिछले दो साल में कोविड महामारी के नियंत्रण में भी इसी मॉडल की उपयोगिता सिद्ध हुई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश निरंतर जन-भागीदारी के साथ विभिन्न क्षेत्रों में विकास की गति तेज करने का कार्य करेगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय ग्रामीण विकास और इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल, सांसद, विधायक, संयुक्त राष्ट्र एवं विभिन्न देशों के प्रतिनिधि एवं मध्यप्रदेश कैडर के वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस और वन सेवा के अधिकारी भी उपस्थित थे।