कर्नाटक में सीएम पद के लिए शुरू हुई दिल्ली की दौड़, डीके शिवकुमार बोले – ‘मेरे नेतृत्व में 135 विधायक जीत कर आए’
बेंगलुरु, 15 मई। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद राज्य में कांग्रेस सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 18 मई को प्रस्तावित है। लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया में कौन राज्य की कमान संभालेगा, इसे लेकर कांग्रेस नेतृत्व मुश्किल में फंसा हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सीएम के चयन को लेकर तीन प्रर्यवेक्षकों की नियुक्ति करने के बाद खुद दिल्ली पहुंच चुके हैं और वहीं से एक-दो दिनों में नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान की बात कही है। फिलहाल गहमागहमी के बीच डीके शिवकुमार के एक बयान से हलचल मच गई, जब उन्होंने सोमवार को कहा कि उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस को राज्य में 135 सीटें मिलीं हैं।
‘मेरा उद्देश्य कर्नाटक को बेहतर बनाना था और मैंने यह किया‘
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा, ‘आज मेरा जन्मदिन है, मैं अपने परिवार से मिलूंगा। इसके बाद मैं दिल्ली के लिए रवाना हो जाऊंगा। मेरे नेतृत्व में 135 विधायक जीत कर आए। सभी ने एक स्वर में कहा कि सीएम नियुक्त करने का मामले को पार्टी के आलाकमान पर छोड़ देना चाहिए। मेरा उद्देश्य कर्नाटक को बेहतर बनाना था और मैंने यह किया।’
My life is dedicated to serving the people of Karnataka.
On the eve of my birthday, the people of Karnataka gave me the best birthday gift possible.
Thanks to my Congress family for their warm greetings. #JaiKarnataka pic.twitter.com/j6RP30vX8k
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) May 14, 2023
‘गठबंधन सरकार गिरने के बाद कई विधायक चले गए, तो मैंने हिम्मत नहीं हारी‘
मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे मजबूत दावेदारी पेश करते हुए शिवकुमार ने कहा, ‘पिछले पांच वर्षों में क्या हुआ, मैं इसका खुलासा नहीं करना चाहता। किसी दिन, मैं इसका खुलासा करूंगा। जब हमारी गठबंधन सरकार गिर गई और कई विधायक चले गए, तो मैंने हिम्मत नहीं हारी। मैं एक अकेला आदमी हूं। मैं एक बात में विश्वास करता हूं कि साहस वाला एक अकेला आदमी बहुमत बन जाता है।’
सिद्धारमैया पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं
गौरतलब है कि डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया में से किसी एक को चुनने का फैसला हाईकमान लेगा। रविवार को विधायकों ने मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री का नाम लेने के लिए अधिकृत करने का फैसला किया और इस पद के दूसरे शीर्ष दावेदार सिद्धारमैया पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं।