दिल्ली मेयर चुनाव का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, AAP प्रत्याशी शैली ओबेरॉय ने दायर की याचिका
नई दिल्ली, 26 जनवरी। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में मेयर चुनाव का मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंच चुका है। आम आदमी पार्टी (आप) की मेयर उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने इस बाबत एक याचिका दाखिल की है। ओबेरॉय ने देश की सबसे बड़ी अदालत में अपनी याचिका के जरिए यह मांग उठाई है कि समयबद्ध तरीके से दिल्ली में मेयर का चुनाव कराया जाए। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को शीर्ष अदालत इस याचिका पर सुनवाई कर सकती है।
उल्लेखनीय है दिल्ली में मेयर का चुनाव दो बार टल चुका है। आम आदमी पार्टी मेयर का चुनाव नहीं हो पाने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रही है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी आरोप लगाती है कि आप मेयर चुनाव से भाग रही है।
स्मरण रहे दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें जीती थीं जबकि भाजपा ने 104 वार्डों में जीत हासिल की थी। इस तरह आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम में 15 वर्षों से काबिज भाजपा को बाहर कर दिया था। मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से शैली ओबेरॉय तथा भाजपा की तरफ से रेखा गुप्ता मैदान में हैं। मेयर चुनाव में दिल्ली के 250 पार्षद, सात लोकसभा तथा तीन राज्यसभा सांसद और विधानसभा द्वारा मनोनीत 14 विधायक मतदान करेंगे।
एमसीडी सदन की पहली बैठक में 6 जनवरी को हुआ था हंगामा
बीती छह जनवरी को एमसीडी सदन की पहली बैठक में दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव होने की उम्मीद थी। लेकिन उस बैठक में जमकर हंगामा हो गया था। भाजपा पार्षद और ‘आप’ के पार्षदों के बीच हंगामे और शोरगुल की वजह से महापौर और उपमहापौर का चुनाव नहीं हो सका था। इस बैठक में कुर्सियां भी चली थीं।
24 जनवरी को भी नहीं हो सका चुनाव
इसके बाद एमसीडी सदन की दूसरी बैठक गत 24 जनवरी को बुलाई गई थी। माना जा रहा था कि पार्षदों के शपथ ग्रहण के बाद मेयर और डिप्टी मेयर तथा स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के लिए चुनाव संपन्न हो जाएगा। लेकिन एक बार फिर सदन के अंदर हंगामे की स्थिति बन गई। पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा ने पहले एलजी द्वारा मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाई तो आम आदमी पार्टी के पार्षद लगातार वहां अपना विरोध जताते रहे। शोर-शराबे के बीच कई पार्षदों ने शपथ ली, लेकिन मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव इस दिन भी नहीं हो सका।
मेयर चुनाव कराने पर अड़े ‘आप‘ नेता
हालांकि आम आदमी पार्टी के पार्षद कार्यवाही खत्म होने के बाद भी वहां डटे रहे। ‘आप’ पार्षद मेयर चुनाव कराने की मांग पर कई घंटे तक अड़े रहे। पार्टी नेताओं ने दावा किया कि ‘आप’ के पास 134 पार्षद, 13 विधायक, तीन सांसद और एक अन्य समर्थन हासिल है। उनका दावा था कि यह लड़ाई 151 बनाम 113 की है। ‘आप’ सांसद सजय सिंह ने भाजपा पर बरसते हुए यह भी कहा था कि भारतीय जनता पार्टी खुलेआम गुंडई कर रही है और हार के डर से मेयर चुनाव नहीं होने दे रही है।