बिहार : सीवान व सारण में जहरीली शराब पीने से मृतकों की संख्या 29 पहुंची, दर्जनों लोग इलाजरत
पटना, 17 अक्टूबर। शराबबंदी कानून से आच्छादित राज्य बिहार के सीवान और सारण जिलों के 16 गांवों में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 तक जा पहुंची है और दर्जनों लोगों की इलाज जारी है, जिनमें कइयों की आंखों की रोशनी जा चुकी है। मृतकों में 23 लोग सीवान जिले से हैं जबकि छह लोग सारण जिले से हैं।
उल्लेखनीय है कि स्थानीय बाजारों में स्प्रिट से बनी शराब बेची जा रही थी, जिसके सेवन से इतने लोगों की जान चली गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। जिला प्रशासन ने इन मौतों की पुष्टि की है। शुरुआती दौर में सिर्फ नौ लोगों की मौत की जानकारी मिली थी। लेकिन धीरे-धीरे मौतों की संख्या बढ़ती जा रही है।
जहरीली शराब पीने से बीमार 49 अन्य लोग विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। इनमें से सात लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है, जिससे उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। सीवान सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों में से कुछ को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर किया गया है। सीवान में 17 लोगों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है।
स्थानीय लोगों की मानें तो शराब पीने से तबीयत खराब होने के बाद लोगों को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीण जहरीली शराब पीने से मौत की बात कर रहे हैं तो जिला प्रशासन रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट में होगा कि मौत का वजह क्या है?
थानाध्यक्ष, एएसआई और तीन चौकीदार निलंबित
हालांकि घटना के बाद खुद सीवान और सारण के डीएम और एसपी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन ने हाई लेवल जांच शुरू कर दी है। निषेध और आबकारी विभाग के अधिकारियों की एक टीम भी मामले की जांच करेगी। इसके साथ ही इस मामले में थानाध्यक्ष, एएसआई और तीन चौकीदारों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच के लिए गठित कीं दो टीमें
वहीं, इस मामले पर पुलिस मुख्यालय भी एक्शन में आ गया है और जांच के लिए दो टीमों का गठन कर दिया गया है। एक टीम का नेतृत्व एएसपी संजय झा कर रहे हैं तो दूसरी टीम का नेतृत्व संयुक्त आयुक्त कृष्ण कुमार कर रहे हैं। मौतों के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए गांव में प्रशासनिक टीम ने कैंप कर रखा है। गांवों में डॉक्टरों की टीम मौजूद है। वहीं, करीब 12 लोगों को हिरासत में लेकर सिवान पुलिस पूछताछ कर रही है।
राज्य में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद हो चुकी हैं 150 से ज्यादा मौतें
उल्लेखनीय है कि अप्रैल, 2016 में नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था। बिहार सरकार ने हाल ही में कबूल किया है कि अप्रैल, 2016 में राज्य में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से अवैध शराब के सेवन से 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब साढ़े तीन लाख से अधिक लोग शराब सेवन के मामले में जेल जा चुके हैं।